KNEWS DESK- बीती 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में कश्मीर के स्थानीय लोगों की संलिप्तता के चलते केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर में आतंकियों की मदद करने वाले स्थानीय गुनाहगारों को ढूंढने का काम कर रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने अबतक 1500 से अधिक कश्मीरियों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले चुकी है और कई कश्मीरियों का उठान जारी है। इन कश्मीरियों के बचाव में पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती आई हैं। महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्रालय से गुहार लगाई है कि पूछताछ के बहाने आम कश्मीरियों पर जुल्म किया जा रहा है। आप किसी को भी OGW का नाम देकर नहीं मार सकते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर के पहलगाम में पहुंचकर वहां के स्थानीय लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कश्मीरियों ने पर्यटकों के लिए अपनी जान जोखिम में डाली। कश्मीरियों ने दिखाया है कि वे इस दर्द में देश के साथ है। आपको उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने ऐसा किया, लेकिन आज पहलगाम में 100 लोगों सहित कई कश्मीरियों को हिरासत में लिया गया है।
कार्रवाई के बहाने वहां घोड़ा चलाने वाले, ठेले लगाने वालों को हिरासत में ले रही है एजेंसियां
महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा कि पूछताछ के बहाने लोगों को थाने बुलाया जाता है और दिन भर भूखा रखा जाता है। उन्होंने कहा आपको कार्रवाई करनी हैं तो करो, लेकिन आप उन लोगों को परेशान मत करो जिन्होंने अपनी जान जोखिम डालके पर्यटकों की जान बचाई है। महबूबा मुफ्ती ने सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आप कार्रवाई के बहाने वहां घोड़ा चलाने वाले, ठेले लगाने वालों को हिरासत में ले रहे हो और परेशान कर रहे हैं।
हम बहुत सारे सवाल कर सकते हैं लेकिन नहीं करेंगे- मुफ्ती
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अमरनाथ यात्रा आने वाली है, इन्हीं लोगों को तो तीर्थयात्रियों को उठाना है। हम ब्लेम गेम नहीं खेलना चाहते हैं। हम बहुत सवाल कर सकते थे, लेकिन हम नहीं करेंगे। महबूबा मुफ्ती ने सुरक्षा बलों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आप थानों पर बुलाते हो और वापस लाश भेजते हो। उन्होंने कहा कि अल्ताफ (बांदीपुरा) में थाने में जाने के बाद उसकी लाश मिली, ऐसा ही इम्तियाज के साथ हुआ उसकी कल दरिया में लाश मिली।