KNEWS DESK – महज 14 साल की उम्र में आईपीएल में सबसे तेज़ शतक लगाने वाले बिहार के युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी इन दिनों क्रिकेट जगत में चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। हर कोई उनकी बल्लेबाजी शैली और आत्मविश्वास का कायल हो चुका है। उन्हें “टीम इंडिया का अगला सुपरस्टार” माना जा रहा है। लेकिन इसी बीच भारत के पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने इस कम उम्र के प्रतिभाशाली खिलाड़ी को लेकर एक गंभीर चेतावनी दी है, जो बीसीसीआई के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश बनकर सामने आई है।
ग्रेग चैपल ने जताई चिंता
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के लिए लिखे कॉलम में ग्रेग चैपल ने वैभव सूर्यवंशी की तुलना सचिन तेंदुलकर, विनोद कांबली और पृथ्वी शॉ जैसे क्रिकेटर्स से की। उन्होंने कहा, “सिर्फ प्रतिभा से कोई महान नहीं बनता। सचिन की सफलता उनके मजबूत समर्थन तंत्र, शांत स्वभाव और समझदार कोचिंग की वजह से थी। वहीं विनोद कांबली और पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ी अपनी प्रतिभा के बावजूद स्थायित्व नहीं बना पाए।”
चैपल का मानना है कि वैभव जैसे चमत्कारी युवा खिलाड़ी को सिर्फ प्रोत्साहन ही नहीं, बल्कि संयम और मार्गदर्शन की भी सख्त जरूरत है। उन्होंने चेताया कि अगर वैभव को सही से मैनेज नहीं किया गया तो उनका करियर भी कांबली और शॉ की तरह दिशाहीन हो सकता है।
“ग्लैमर से बचाएं वैभव को”
चैपल ने यह भी लिखा कि क्रिकेट बोर्ड और कोचिंग स्टाफ को चाहिए कि वे वैभव को दुनिया की चमक-दमक और मीडिया के आकर्षण से दूर रखें। उन्होंने कहा,
“युवा खिलाड़ी अक्सर शोहरत और तारीफों में बह जाते हैं। कांबली और पृथ्वी शॉ इसका उदाहरण हैं। अगर वैभव को एक लंबा और सफल करियर चाहिए, तो उसे मैदान के बाहर भी संतुलन सीखना होगा।”
तुलना नहीं, मार्गदर्शन चाहिए
वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी की तुलना पहले ही सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे दिग्गजों से होने लगी है। लेकिन चैपल का कहना है कि ऐसी तुलना से ज्यादा ज़रूरी है सटीक कोचिंग, मेंटल स्ट्रेंथ और दीर्घकालिक योजना। उन्होंने बीसीसीआई से अपील की है कि वो वैभव के लिए एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम तैयार करे।