KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में तीर्थ नगरी प्रयागराज तक बनने जा रहे गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में तेजी आ गई है। इस एक्सप्रेसवे का कुल निर्माण कार्य 79 प्रतिशत पूरा हो चुका है, और यह परियोजना राज्य के विकास में एक मील का पत्थर साबित होने वाली है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के अनुसार, गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के विभिन्न चरणों में महत्वपूर्ण प्रगति हो चुकी है।
गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर बिजौली गांव से शुरू होकर प्रयागराज के एनएच 19 पर जुदापुर दादू गांव के पास समाप्त होगा। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा, जिनमें मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं।
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल इन जिलों के बीच संपर्क बेहतर होगा, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के बीच भी तेजी से आवागमन की सुविधा प्रदान करेगा। इस एक्सप्रेसवे का प्रमुख उद्देश्य क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है।
गंगा एक्सप्रेसवे का एक विशेष पहलू है – इसका एयरस्ट्रीप, जो वायुसेना के फाइटर विमानों के लिए तैयार किया गया है। यह एयरस्ट्रीप देश की पहली ऐसी एयरस्ट्रीप होगी, जहां आवश्यकता पड़ने पर वायुसेना के फाइटर विमानों को रात के समय भी लैंड करने की सुविधा होगी। शहाजहांपुर में बनी यह एयरस्ट्रीप 3.50 किलोमीटर लंबी है और इसके दोनों किनारों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 250 कैमरे लगाए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में शहाजहांपुर में बने एयरस्ट्रीप का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने 2 मई को आयोजित होने वाले एयर शो की जानकारी दी, जिसमें फाइटर विमानों की रात में लैंडिंग का प्रदर्शन भी किया जाएगा। सीएम योगी ने गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की प्रगति का भी जायजा लिया और विभिन्न निर्माण खंडों का निरीक्षण किया।
सीएम योगी ने निर्देश दिए कि गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता बनाए रखते हुए इसे समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि गंगा एक्सप्रेसवे को प्रयागराज से गाजीपुर तक बढ़ाया जाएगा और फार्रुखाबाद से लिंक एक्सप्रेसवे के माध्यम से बुंदेलखंड से जोड़ा जाएगा। यह कदम राज्य में और अधिक कनेक्टिविटी सुधारने के उद्देश्य से उठाए गए हैं।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि गंगा एक्सप्रेसवे का लोकार्पण इस साल नवंबर में किया जाएगा। इसके अलावा, अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस एक्सप्रेसवे को दिल्ली से आ रहे यमुना एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना है। इन योजनाओं से पूरे उत्तर प्रदेश में सड़क मार्ग के नेटवर्क को और मजबूती मिलेगी और क्षेत्रीय विकास में बड़ी मदद मिलेगी।
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