KNEWS DESK- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले ने न केवल राज्य बल्कि पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। यह हमला पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है, जिसमें 26 टूरिस्ट की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें 2 विदेशी टूरिस्ट भी शामिल हैं। इसके अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं। इस हमले के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच तेज कर दी है और अब तक कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं।
NIA की जांच में ISI के खौफनाक प्लान का खुलासा हुआ है, जिसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर के एक समुदाय को लालच देकर फंडिंग करवाई थी। सूत्रों के मुताबिक, ISI ने जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले गुर्जर बकरवाल समुदाय को रेडिकलाइज करने का एक खतरनाक प्लान बनाया था, जिससे उन लोगों को आतंकवादी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा सके।
NIA के सूत्रों के अनुसार, अब जांच एजेंसी गुर्जर बकरवाल समुदाय के लोगों से पूछताछ करने की योजना बना रही है। इन लोगों से पूछताछ का उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या ये लोग ISI के ओवरग्राउंड वर्कर्स थे और क्या वे आतंकवादी गतिविधियों में शामिल थे। ISI ने इन समुदायों को फंडिंग कर मस्जिदों के निर्माण के नाम पर अपनी विचारधारा फैलाने की साजिश रची थी।
सूत्रों के मुताबिक, ISI ने इन लोगों को पैसों के जाल में फंसा कर उन्हें अपने मंसूबों में शामिल किया था, लेकिन अब NIA ने इसका पर्दाफाश कर लिया है। जांच एजेंसी इन लोगों तक पहुंचने के बाद उनसे महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने की उम्मीद कर रही है, जो इस हमले की गुत्थी को सुलझाने में मदद कर सकेगी।
पहलगाम हमले की जांच के लिए NIA ने FIR दर्ज कर दी है और जांच तेज कर दी है। घटनास्थल से मिले सैंपल को फॉरेंसिक लैब में भेज दिया गया है, और इसके साथ ही NIA के IG, DIG और SP स्तर के अधिकारी चश्मदीद गवाहों के बयान दर्ज कर रहे हैं। हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
NIA ने बेसरन घाटी के 5 किलोमीटर के रेडियस में रहने वाले लोगों की लिस्ट तैयार करने का भी निर्णय लिया है, और इन लोगों से पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा, घटनास्थल की भी गहन जांच जारी है, जिसमें फोरेंसिक और विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।
इस आतंकी हमले के बाद भारत ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। NIA द्वारा जांच में आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, और अब तक 9 आतंकवादियों पर एक्शन लिया गया है। इन आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है, और उनकी आतंकी गतिविधियों को खत्म करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
इसके साथ ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। पाकिस्तान के खिलाफ वीजा रद्द किए गए हैं और सिंधु जल संधि को भी स्थगित कर दिया गया है। यह कदम पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों को बढ़ावा देने के कारण उठाए गए हैं।
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