KNEWS DESK- जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। इस हमले में 26 पर्यटकों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन मैदान में घातक हमला किया था, जिसमें निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया गया। इस घटना ने न केवल पूरे देश को चौंका दिया, बल्कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा को लेकर भी नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
एनआईए की टीम हमले के बाद से ही पहलगाम में मौजूद है और उसने घटनास्थल का निरीक्षण किया है। एजेंसी के फॉरेंसिक और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम भी सबूत जुटाने में जुटी हुई है। घास के हरे-भरे मैदान में एंट्री और एग्जिट गेटों पर बारीकी से जांच की जा रही है ताकि आतंकी हमले के सिलसिले में कोई भी अहम जानकारी निकल कर सामने आ सके। खास तौर पर यह देखा जा रहा है कि आतंकवादी इस हमले के लिए किस तरह से इस इलाके में पहुंचे और उन्होंने इतने हथियारों के साथ हमला कैसे किया।
NIA इस हमले के पीछे के आतंकी मॉड्यूल्स, स्थानीय नेटवर्क और संभावित स्लीपर सेल्स की भूमिका की भी गहन जांच कर रही है। एजेंसी के अधिकारियों का मानना है कि इस तरह के हमले में केवल आतंकी समूह का हाथ नहीं हो सकता, बल्कि स्थानीय सहयोगियों की भी भूमिका हो सकती है। इसी कारण, आतंकवादियों के स्थानीय सहयोगियों की पहचान करना और उनके नेटवर्क की तह तक पहुंचना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इस हमले के दौरान घटनास्थल पर मौजूद कई लोगों ने इस हमले को अपनी आँखों से देखा। NIA की टीम इन प्रत्यक्षदर्शियों से लगातार पूछताछ कर रही है ताकि हमलावरों के बारे में कोई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सके। टीम की कोशिश है कि इन प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी से आतंकवादियों तक पहुंचने का रास्ता साफ हो सके। खासकर, यह जानकारी आतंकवादियों के modus operandi (हमला करने की रणनीति) और उनके पहचान के बारे में महत्वपूर्ण हो सकती है।
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