उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है. इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड में भी उबाल देखने को मिल रहा है। हिंदू संगठन की ओर धमकी देने के बाद कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा के लिए देहरादून में पीएसी तैनात की गई है। पुलिस की ओर से संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स को तैनात किया गया है। देहरादून में कश्मीरी छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए पीएसी तैनात कर दी गई है। देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने इन छात्रों के शिक्षण संस्थानों और पीजी संचालकों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए है। उन्होंने कहा कि कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा में कोई व्यवधान होने पर पुलिस को तत्काल सूचना दी जाए। दरअसल, हिन्दू संगठनों ने सोशल मीडिया पर कश्मीरी छात्रों को देहरादून छोड़कर वापस लौटने को कहा था. जिसे जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट एसोसिएशन ने यह मुद्दा डीजीपी के सामने उठाया। इसी क्रम में पुलिस ने शिक्षण संस्थानों संग बैठक की। एसएसपी देहरादून ने पुलिस की सूची के अनुसार देहरादून के विभिन्न संस्थानों में 1201 कश्मीरी छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। पुलिस ने इनका विवरण लेकर सत्यापन करा लिया है। एसएसपी के अनुसार जिन संस्थानों में कश्मीरी छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बिधौली क्षेत्र में पीएसी को तैनात किया गया है जो नियमित निगरानी करेगी। साथ ही सोशल मीडिया पर कश्मीरी नागरिकों या छात्रों के खिलाफ पोस्ट करने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। पुलिस अब तक ऐसी 25 पोस्ट को सोशल मीडिया से हटवा चुकी है। जिससे प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। पहलगाम घटना के बाद प्रदेश के साथ पुरे देश में गुस्से का माहौल बना है।
आपको बता दे जम्मू कश्मीर के पहलगाम में निहथते पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड पुलिस चारधाम यात्रा को लेकर अलर्ट नजर आ रही है। एडीजी लॉ & आर्डर वी मुरुगेशन का कहना है कि पुलिस सभी जगह चेकिंग अभियान चला रही है। धर्मशाला होटल रेलवे स्टेशन सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस चेकिंग कर सुरक्षा का संदेश दे रही है। जो संदिग्ध दिखाई दे रहे हैं उनको हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ करने में लगी है। सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस बार चारधाम यात्रा की सुरक्षा को लेकर पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स भी लगाई जा रही है। उत्तराखंड के बॉर्डर पर भी निगरानी और चेकिंग अभियान को तेज किया गया है। वही आतंकी गठना को लेकर हिन्दू संगठनो का विरोध तेज़ होता जा रहा है. जिसके चलते देहरादून में बजरंग दल ने व्यापारियों के साथ मिलकर पाकिस्तान का पुतला फूंका और आक्रोश दिखाया। वही उन्होंने ने पाकिस्तन मुर्दाबाद के नारों के साथ पाकिस्तान के झंडों को सड़क पर लगा कर विरोध किया। विश्व हिन्दू परिषद के महानगर अध्यक्ष अनिल मैसोन ने कहा कि उत्तराखण्ड में जितने कश्मीरी छात्र है उन सब की जांच होनी चाहिए। वही बजरंगदल के विकास वर्मा ने भी कश्मीरी छात्रों की जांच की मांग की।
वही जम्मू कश्मीर के पहलगाम में बीते दिन हुए आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड में भी अलर्ट कर दिया गया है। उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद प्रदेश के सार्वजनिक स्थलों के साथ ही मार्ग पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जहां एक और उत्तराखंड राज्य में अलर्ट कर दिया गया है। तो वहीं दूसरी ओर शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा को लेकर भी पुलिस मुख्यालय सावधानियां बरतने संबंधित रोडमैप तैयार पर जोर दे रहा है। साथ ही पुलिस मुख्यालय केंद्र सरकार से केंद्रीय रिजर्व बल राज्य को उपलब्ध कराने के लिए भी प्रयास कर रहा है। जिसके तहत यात्रा पर आने वाले यात्रियों की आइडेंटिटी को चेक किया जाएगा। हालांकि, सभी यात्री रजिस्ट्रेशन के आधार पर चारधाम की यात्रा पर आएंगे। लेकिन कई बार कुछ असामाजिक तत्व के लोग भी आ जाते हैं साथ ही आपत्तिजनक वस्तुएं यात्रा में ना जा पाए इसके लिए बीच-बीच डॉग स्कॉट लगाकर चेकिंग कराया जाएगा। वही एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वी मुरुगेशन ने कहा कि चारधाम यात्रा में सख्ती के ही यात्रियों के लिए यात्रा सुगम भी हो इस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। लेकिन इस बात पर भी फोकस किया जाएगा कि यात्रियों को बेवजह परेशान न किया जाए। इसके लिए भी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस की सूची के अनुसार देहरादून के विभिन्न संस्थानों में 1201 कश्मीरी छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं। पुलिस के इस भरोसेमंद बयान के बाद देहरादून में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों में राहत महसूस कर रहे हैं. वे चाहते हैं कि शिक्षा और मानवता को राजनीति या नफरत की चपेट में न आने दिया जाए. इस मुश्किल घड़ी में देहरादून प्रशासन का यह संवेदनशील कदम एक मिसाल बन सकता है कि इंसानियत और एकता से ही देश मजबूत बनता है.