IPL 2025: चेन्नई की टीम टूर्नामेंट से बाहर! अब प्लेऑफ में जाने के लिए क्या करना होगा?

KNEWS DESK- आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स का बुरा दौर जारी है। 25 अप्रैल को चेपॉक में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) ने 5 विकेट से जीत दर्ज करके चेन्नई को एक और करारा झटका दिया। यह चेन्नई के लिए बड़ी शर्मिंदगी का कारण था, क्योंकि यह मैच अपने ही घरेलू मैदान पर खेला गया था और यह पहली बार था जब हैदराबाद ने चेन्नई को चेपॉक में हराया। अब तक चेन्नई ने 9 मैचों में से 7 मुकाबले गंवा दिए हैं और उसके खाते में केवल 4 अंक हैं, जिससे टीम पॉइंट्स टेबल में सबसे निचले स्थान पर पहुंच गई है।

हालांकि, इस खराब दौर के बावजूद चेन्नई सुपर किंग्स के लिए टूर्नामेंट में बाहर होने का मामला पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। वे अभी भी प्लेऑफ में जगह बना सकते हैं, लेकिन इसके लिए टीम को कुछ कठिन रास्ते से गुजरना होगा। चेन्नई सुपर किंग्स को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए अब अपने अगले 5 मैचों को जीतना होगा। हालांकि, सिर्फ मैच जीतना ही काफी नहीं होगा। यदि CSK अपने बाकी बचे 5 मैच जीत भी जाती है, तो उसे अभी भी अपनी क्वालीफिकेशन की गारंटी नहीं मिल सकेगी, क्योंकि उन्हें बाकी टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर रहना पड़ेगा।

यदि चेन्नई अपने 5 मैचों में जीत हासिल कर लेती है, तो उसके खाते में 14 अंक हो जाएंगे, और इस स्थिति में प्लेऑफ में पहुंचने के लिए टीम को नेट रन रेट पर भी निर्भर रहना पड़ेगा। नेट रन रेट इस समय चेन्नई का सबसे बड़ा संकट है, क्योंकि उसका नेट रन रेट (-1.302) इस सीजन में सबसे खराब है।

पिछले सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने भी 14 अंकों के साथ प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया था। उस वक्त RCB, CSK, दिल्ली कैपिटल्स (DC) और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के अंक बराबर थे, लेकिन RCB को बेहतर नेट रन रेट के आधार पर नॉकआउट राउंड में जगह मिली थी। ऐसे में चेन्नई के पास भी अभी उम्मीद है, बशर्ते टीम अपने शेष मैच जीतने के साथ-साथ नेट रन रेट में भी सुधार करे।

चेन्नई के लिए यह सीजन बहुत ही संघर्षपूर्ण साबित हो रहा है। पहले मैच में मुंबई इंडियंस (MI) पर जीत के बाद, चेन्नई ने लगातार पांच हार का सामना किया। इसके बाद लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) से जीत मिली, लेकिन उसके बाद फिर दो हार का सिलसिला जारी रहा। टीम का बैटिंग यूनिट पूरी तरह से विफल रहा है, खासकर ओपनिंग जोड़ी, जो टीम को तेज शुरुआत देने में नाकाम रही है।

मिडिल ऑर्डर में भी निरंतरता की कमी देखने को मिली है। साथ ही, गेंदबाजों का प्रदर्शन भी निराशाजनक रहा है। इस सीजन में एमएस धोनी का जादू भी देखने को नहीं मिला, और पूरी टीम ही इस समय संघर्ष कर रही है।

यदि चेन्नई सुपर किंग्स को प्लेऑफ में पहुंचना है, तो उसे अब अपनी टीम में कुछ बदलाव करने होंगे। बल्लेबाजों को जिम्मेदारी से खेल दिखाना होगा, खासकर ओपनर्स को। मिडिल ऑर्डर को भी मजबूत करना होगा, और गेंदबाजों को अपनी योजनाओं पर ज्यादा ध्यान देना होगा। टीम का अनुभव और कप्तान धोनी की कप्तानी के साथ, चेन्नई को अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा।

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