KNEWS DESK – मशहूर फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार मामला उनके सोशल मीडिया कमेंट से जुड़ा है, जिसे ब्राह्मण समाज ने अपमानजनक बताते हुए विरोध जताया है। अब यह विवाद सूरत की अदालत तक जा पहुंचा है, जहां कश्यप को 7 मई को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का आदेश दिया गया है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
दरअसल, अनुराग कश्यप ने इंस्टाग्राम पर एक यूजर के कमेंट का जवाब देते हुए ब्राह्मण समाज को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी थी। उनका यह जवाब वायरल हो गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आने लगीं। ब्राह्मण संगठनों ने इसे अपनी आस्था और सम्मान के खिलाफ बताते हुए विरोध शुरू कर दिया।
सूरत के वकील कमलेश रावल ने इस मामले को अदालत में ले जाते हुए याचिका दाखिल की है। उन्होंने कश्यप की विवादित पोस्ट के साथ-साथ उनका सोशल मीडिया पर किया गया माफीनामा भी सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया। अदालत ने इसे गंभीरता से लेते हुए उन्हें समन जारी कर 7 मई को उपस्थित होने का आदेश दिया है। अगर वो पेश नहीं होते हैं तो कोर्ट उनके खिलाफ एकतरफा फैसला भी सुना सकता है।
विवाद बढ़ता देख अनुराग कश्यप ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर माफी मांगी और कहा कि वो गुस्से में थे और आगे से शब्दों के चयन में सावधानी बरतेंगे। हालांकि, कई ब्राह्मण संगठनों का कहना है कि उनकी माफी अब बहुत देर से आई है और इससे आहत भावनाएं शांत नहीं हो सकतीं।
देशभर में विरोध प्रदर्शन
छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों में ब्राह्मण संगठनों ने प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। कुछ संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर अनुराग कश्यप पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो वे सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
7 मई की तारीख निर्देशक अनुराग कश्यप के लिए बेहद अहम मानी जा रही है। अगर वो तय तारीख को कोर्ट में पेश नहीं होते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज हो सकती है। फिलहाल इस विवाद ने उनके करियर और छवि दोनों पर असर डाला है।