पहलगाम पर बोले पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, दुखद क्षण में बयान नहीं कार्य नियोजन देखे जाते हैं

KNEWS DESK- खबर अयोध्या से रामनगरी अयोध्या पहुंचे उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने एक मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हो पूजन पाठ में सहभागिता निभाई। दिनेश शर्मा ने रामलला के दर्शन व हनुमानगढ़ी के भी दर्शन किए। मीडिया से बात करते हुए दिनेश शर्मा ने कहा अयोध्या नगरी एक पावन नगरी है कहते हैं कि काशी में मोक्ष मिलता है तो अयोध्या में जीवन जीने की राह मिलती है। भगवान श्री राम के जीवन को दर्शाती अयोध्या यह विश्व की प्राचीनतम नगरी है मुझे खुशी है कि प्रधानमंत्री और माननीय योगी जी के द्वारा हजारों वर्षों के लिए अपनी अमिट छाप छोड़ चुकी है चाहे सरयू तट की आरती हो चाहे भगवान श्री राम के मंदिर के निर्माण का कार्य हो या अन्य जो भी मंदिर हैं मैं यह कह सकता हूं कि अयोध्या अपनी प्राचीनता के साथ- साथ अपनी नवीनता को भी संजो रही है, और धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से अगर देखे तो मैं योगी जी को इसलिए बधाई दूंगा की उत्तर प्रदेश की जो अर्थव्यवस्था है इसका एक बहुत बड़ा साधन धार्मिक पर्यटन होने जा रहा है।

‘दुखद क्षण में बयान नहीं कार्य नियोजन देखे जाते हैं’

पहलगाम की घटना के बारे में बोलते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा पहलगाम की घटना एक दुखद क्षण है और दुखद क्षण में बयान नहीं कार्य नियोजन देखा जाता है। देश के प्रधानमंत्री द्वारा जो प्रयास किए गए हैं। मैं समझता हूं पूरे देश को उस पर विश्वास है। पाकिस्तान को सबक मिलना चाहिए चाहे वो आर्थिक रूप में, सामाजिक रूप में, राजनयिक रूप में। अब पहले वाला तो समय नहीं है एकदम से धनुष बाण चल जाए और महाभारत युद्ध हो जाए यह एक सुदृढ़ नीति है जो उनका पानी रोका गया है उनसे अब तक जो भी अनुबंध थे उनको खत्म कर दिया गया है। इतना ही नहीं हमने अपने दूतावास द्वारा हमारे जो भी भारतीय पाकिस्तान में थे उनको वापस बुला लिया है साथ ही साथ जो पाकिस्तान के निवासी भारत आए थे उनको एक निश्चित समय के अंदर वापस करने का आदेश जारी किया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी देश के द्वारा अपने पड़ोसी देश के विरुद्ध उठाए गए कठोरतम कार्रवाई और कदमों में से शामिल है। दिनेश शर्मा ने कहा कि मैं ईश्वर से ही प्रार्थना करता हूं कि जो आतंकी घटना में मृत्यु हुए हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें प्रभु राम से यह निवेदन करूंगा कि वो उनको अपने चरणों में स्थान दें और उनके परिवार वालों को सहनशक्ति दें पहले की अपेक्षा कश्मीर में आतंकवाद को काफी हद तक प्रधानमंत्री जी ने नियंत्रित किया है। बहुत दिनों बाद ऐसी घटना घटित हुई जिसको नहीं घटना चाहिए था आज पूरी दुनिया ने उस आतंकी जिसके ऊपर संदेह था उसके घर को ध्वस्त होते देखा है निश्चित है कि इस घटना में जो भी संलिप्त रहे वो कहीं के भी हो कहीं भी हो दंड का पात्र बनेंगे।

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