उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी द्वारा आगामी 30 अप्रैल को हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओ के साथ विशाल संविधान बचाओ रैली आयोजित कर केंद्र व राज्य की भाजपा सरकारों के संविधान विरोधी रवैये व जन विरोधी नीतियों के खिलाफ हुंकार भरेंगे। यह निर्णय बीते दिन प्रदेश कांग्रेस की उच्च स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा की उपस्थिति में व प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में लिया गया। ज्यादा जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन व प्रशासन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि इस समय देश में न केवल कांग्रेस बल्कि देश के लोकतंत्र व संविधान के सामने बड़ी चुनौतियां आ खड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी भाजपा आरएसएस के इशारे पर संवैधानिक संस्थाओं को नेस्तनाबूद करने पर तुली है. जांच एजेंसियों को सरकार अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए विपक्ष के खिलाफ इस्तेमाल कर विपक्ष की आवाज को खत्म करने की साजिश कर रही है इसलिए अब देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की यह जिम्मेदारी है कि वो देश में लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए आगे आए और इसलिए कांग्रेस की पाठशाला से ये परिणाम निकल कर आया है की पूरे देश में आगामी दिनों में देशव्यापी संविधान बचाओ रैलियां प्रदेश जिला व विधानसभा से बूथ स्तर तक चलाया जाए। जिसका उद्देश्य आगामी 2027 में जीत को लेकर आका जा रहा है। वही भाजपा ने कांग्रेस की इस रैली को उनके गांधी परिवार के भ्रष्टाचार की पोल खुलने की तिलमिलाहट बताया है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड कांग्रेस की उच्च स्तरीय समन्वय समिति की बैठक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की अध्यक्षता में पिछले दिनों संपन्न हुई. इस बैठक में प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ीं करीब 2 घंटे तक चली इस मीटिंग में कई निर्णय लिए गए उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कैलेंडर के अनुसार कांग्रेस प्रदेश में आगामी 40 दिनों तक संविधान बचाओ कार्यक्रम चलाएगी जिसके तहत 30 अप्रैल को रेंजर्स ग्राउंड में राज्यव्यापी रैली आयोजित की जाएगी उसके बाद प्रदेश के सभी जनपदों में और उसके बाद 70 विधानसभाओं में संविधान बचाओ रैली आयोजित की जाएगी। वही जगह-जगह गोष्ठी आयोजित की जाएगी, कहीं रैली निकाली जाएगी तो कहीं लोगों के बीच जा कर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।
वही उत्तराखण्ड कांग्रेस का कहना है के अहमदाबाद अधिवेशन में पारित न्याय पथ संकल्प प्रस्ताव से आरएसएस व भाजपा की बौखलाहट बढ़ गई है और इससे खिसिया कर भाजपा सरकार ने आनन फानन में तथ्य हीन आरोप लगाते हुए नैशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी व राहुल गांधी व अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी से झूठी व तथ्यहीन चार्जशीट न्यायालय में दाखिल करवा दी केवल कांग्रेस को बदनाम करने के इरादे से जिसका पूरे देश में जबरदस्त विरोध हो रहा है। और अब जबकि देश का लोकतंत्र व संविधान खतरे में है तो कांग्रेस ने राष्ट्रव्यापी आंदोलन का बिगुल बजा दिया है। प्रदेश की कांग्रेस पार्टी ने नेताओं से आग्रह किया कि वे अगले चालीस दिनों तक चलने वाले इस संविधान बचाओ रैली के अभियान में बूथ स्तर से प्रदेश स्तर तक के एक एक कार्यकर्ता को जोड़ने के अलावा उन सभी का भी सहयोग व समर्थन लें जो देश में लोकतंत्र व संविधान को बचाने के लिए लगातार किसी न किसी रूप में सक्रिय हैं। वहीं बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को भी रैली व प्रदर्शन करने का अधिकार है लेकिन जमीन और फंड लूटने का अधिकार नहीं है।
अब प्रदेश कांग्रेस का मानना है की पार्टी नेता इसी प्रकार से एकता के साथ संगठन को मजबूत करते हुए कार्यक्रमों को सफल बनाएंगे तो निश्चित रूप से आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में पार्टी को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकेगा। इसके अलावा भाजपा सरकार की नीतियों का पुरजोर तरीके से विरोध कर जनहित के मुद्दों को उठाया जाए। यही वजह की कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं को बैठक के लिए बुलाया गया। इससे संगठन को मजबूती मिलेगी और कांग्रेस पार्टी से जुड़े तमाम नेता एकजुट होंगे। हालांकि कांग्रेस को बीते लम्बे समय से प्रदेश की राजनिति में बड़ा नुकसान हुआ है इसका कारण भीतर घात माना गया है इस समय कांग्रेस के हाथ खाली है और 2027 भी दूर। इसी वजह से अब कांग्रेस कार्यक्रमो के माध्यम से अपना कुणवा जुड़ने में लगी है.