पहलगाम आतंकी हमले पर करण वीर मेहरा ने सुनाई एक भावुक कविता, कहा – ‘नस्लों का जो करे बंटवारा’

KNEWS DESK – कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को आक्रोश और शोक में डुबो दिया है। बेगुनाह लोगों की निर्मम हत्या ने हर भारतीय को झकझोर दिया है। इस दर्दनाक घटना के बाद आम जनता से लेकर फिल्मी सितारों तक सभी न्याय की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में ‘बिग बॉस 18’ के विजेता और अभिनेता करण वीर मेहरा ने भी अपना दर्द एक कविता के माध्यम से जाहिर किया है।

करण वीर मेहरा की कविता ने छुए दिल

करण वीर मेहरा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक भावुक वीडियो साझा किया है जिसमें वे एक मार्मिक कविता के ज़रिए धर्म, बंटवारे और इंसानियत पर सवाल उठाते नजर आते हैं। उनकी कविता की पंक्तियाँ न केवल गहराई से सोचने पर मजबूर करती हैं, बल्कि आज के समय में फैले कट्टरपंथ और नफ़रत पर भी करारा प्रहार करती हैं।

उन्होंने अपनी कविता में कहा, शिव की गंगा भी पानी है, आब-ए-जमजम भी पानी है… पंडित भी पिए, मौला भी पिए, तो पानी का मजहब क्या होगा? सवाल तो बस एक ही है कि क्या अल्लाह ने मंदिर तोड़ा था? या राम ने मस्जिद तोड़ी है? करण वीर ने यह सवाल उठाकर धार्मिक कट्टरता के नाम पर की जा रही हिंसा पर कड़ा संदेश देने की कोशिश की है।

सोशल मीडिया पर मिली मिली-जुली प्रतिक्रिया

जहां एक तरफ़ उनकी यह कोशिश इंसानियत और एकता की मिसाल बन रही है, वहीं दूसरी ओर करण वीर मेहरा ट्रोलर्स के निशाने पर भी आ गए हैं। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने उनके वीडियो में रिंग लाइट की परछाई को देखकर उन पर ‘ड्रामा’ करने और ‘मेकअप के साथ एक्टिंग’ करने के आरोप लगाए हैं।

कुछ लोगों ने यह भी लिखा किअब इन्हें कोई फिल्म मिल जाएगी, शायरी भी कर ली, लाइटिंग भी सेट है। हालांकि कई यूजर्स ने करण की भावनाओं को सराहा है और कहा कि कम से कम कोई तो ऐसा है जो शोहरत के बावजूद सही बात बोलने की हिम्मत रखता है।

करण वीर मेहरा की चुप्पी टूटी

ट्रोलिंग को लेकर करण वीर मेहरा ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके वीडियो का संदेश यह साफ करता है कि उनका मकसद सिर्फ इंसानियत की बात करना और लोगों को धार्मिक बंटवारे से ऊपर उठने की अपील करना था।