आतंकी हमले के बाद तख्ती लेकर सड़क पर उतरीं PDP चीफ महबूबा मुफ्ती, कहा – ‘हमें शर्म आती है कि यह घटना…’

KNEWS DESK – 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश के साथ-साथ घाटी को भी झकझोर कर रख दिया है। इस वीभत्स हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जिससे पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है। वहीं अब कश्मीर के लोग भी इस अमानवीय घटना के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे हैं।

बुधवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर में इस आतंकी हमले के विरोध में एक मार्च निकाला। शेर-ए-कश्मीर पार्क के पास पार्टी मुख्यालय से शुरू हुआ यह विरोध मार्च लाल चौक तक पहुंचा। इस मार्च में पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने भी हिस्सा लिया।

महबूबा मुफ्ती ने दी सख्त प्रतिक्रिया

प्रदर्शन के दौरान महबूबा मुफ्ती ने कहा, यह हमला सिर्फ कुछ लोगों पर नहीं, बल्कि हमारी कश्मीरियत और हमारी अस्मिता पर हमला है। हमें शर्म आती है कि यह घटना हमारे कश्मीर में हुई। हम इस नृशंसता के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं और पीड़ितों के परिवारों के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है।

उन्होंने केंद्र सरकार से भी सख्त कदम उठाने की अपील की और कहा, “मैं केंद्रीय गृह मंत्री से अपील करती हूं कि वे जल्द से जल्द आतंकियों की पहचान कर उन्हें सजा दिलवाएं। इस प्रकार के हमले कश्मीर की छवि को धूमिल करते हैं और लोगों के भरोसे को तोड़ते हैं।”

विरोध मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारे लगाए। इन तख्तियों पर लिखा था—‘यह हम सभी पर हमला है’, ‘निर्दोष लोगों की हत्या एक आतंकी कृत्य है’ और ‘निर्दोषों की हत्या बंद करो’। यह मार्च एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें लोगों ने आतंक के खिलाफ अपनी एकता और नाराज़गी जाहिर की।

कश्मीर में बदलाव की मांग

इस विरोध प्रदर्शन से यह स्पष्ट संकेत मिला है कि अब कश्मीर में भी लोग आतंकवाद से तंग आ चुके हैं और घाटी में स्थायी शांति और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इस बीच, पहलगाम हमले के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन TRF का हाथ बताया जा रहा है।