SHIV SHANKAR SAVITA- मंगलवार शाम को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने घूमने आये पर्यटकों को धर्म के आधार पर मौत के घाट उतारा। पहलगाम के बायसन में घूम रहे पर्यटक बिना किसी चिंता और भय के परिवार के साथ हंसी मजाक कर रहे थे, तभी कुछ लोग आये और धर्म पूछा। जिन्होंने अपना धर्म हिंदू बताया उन्हें देखते ही गोली मार दी। ये पूरी बात पहलगाम घूमने गए घायल पर्यटकों ने बताई।
कानपुर के महाराजपुर के हाथीपुर गांव निवासी शुभम द्विवेदी इस आतंकवादी हमले के शिकार हो गए। शुभम और उसकी पत्नी की वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें शुभम की लाश जमीन पर पड़ी हुई है और पत्नी लाश के पास घुटनों के बल बेसुध बैठी हुई है। ये वीडियो को देखकर हर किसी की आँखे नम हो रही है। हर कोई आतंकी हमले की निंदा करता नजर आ रहा है और सरकार से इस हमले की कड़ी प्रतिक्रिया की मांग कर रहे हैं।
दो महीने पहले ही हुई थी शादी
पहलगाम हिल स्टेशन पर हुए आतंकी हमले में कानपुर के श्यामनगर निवासी शुभम द्विवेदी की मौत हो गई। शुभम की शादी दो महीने पहले 12 फरवरी को हुई थी. वह अपने परिवार के साथ घूमने गए थे। जब आतंकियों ने उन पर हमला किया, तब उनकी पत्नी भी उनके साथ थीं। शुभम के पिता और अन्य परिजन अनंतनाग में ही रुके थे, जबकि शुभम और उनकी पत्नी पहलगाम चले गए थे. इस दुखद घटना की सूचना शुभम के पिता को शाम साढ़े छह बजे मिली। इसके बाद से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. ये सभी लोग 23 अप्रैल को वापस लौटने वाले थे। शुभम के पिता संजय द्विवेदी मूल रूप से हाथीपुर महाराजपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं। शुभम एक सीमेंट कंपनी में सेल्स प्रोमोटर के रूप में काम करते थे। शुभम के चाचा मनोज द्विवेदी ने बताया कि शुभम के पिता, मां सीमा द्विवेदी, बहन आरती और उनके दो बच्चे अनंतनाग में ही रुके थे। जबकि शुभम और उनकी पत्नी ऐशान्या पहलगाम में घुड़सवारी करने के लिए दोपहर लगभग एक बजे गए थे। लगभग सवा दो बजे के करीब दो से तीन आतंकवादी सेना की वर्दी में आए और ताबड़तोड़ गोलीबारी करने लगे। इस दौरान एक गोली शुभम के माथे पर लगी और वह गिर गए, जबकि उनकी पत्नी बेहोश हो गईं। मौके पर पहुंची पुलिस और सेना ने उन्हें कश्मीर के अस्पताल में भर्ती करवाया।

आतंकियों ने पहले धर्म पूछा फिर मार दी गोली
शुभम की पत्नी ऐशान्या ने बताया कि हम दोनों घुड़सवारी करने निकले थे, तभी सेना की वर्दी पहने कुछ लोग आये और धर्म पूछा। पहले तो ये बात सामान्य लगी। लेकिन देखते ही देखते उन्होंने गोली मार दी। गोली की घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। ये वाकया बताते ही ऐशान्या के आँखों में फिर से आंसू आ गए।
कानपुर के ग्रुपों में आक्रोश, उठी कड़ी कार्रवाई की माँग
इस घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर उठ गई। जैसे ही ये कानपुर के लाल की आतंकी हमले में जान गंवाने की सूचना कानपुर पहुंची तो शुभम के श्यामनगर और हाथीपुर गाँव में लोगों का तांता लग गया। हर कोई गुस्से में नजर आ रहा था। हर किसी की आँखों में प्रतिशोध की ललक दिख रही थी। सोशल मीडिया ग्रुप हम सबका प्यारा कानपुर में सभी ने एकमत होकर इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए सरकार से कड़ी प्रतिक्रिया की मांग की।
