यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका का वार, एयर स्ट्राइक में 74 की मौत, 171 घायल

KNEWS DESK- यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका ने बड़ा वार करते हुए एयर स्ट्राइक से हमला बोला। अमेरिका द्वारा की गई एयर स्ट्राइक में अब तक 74 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 171 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि अमेरिका ने यमन के हूती विद्रोहियों के बयान के खिलाफ ये कार्रवाई की है। यमन के हूती विद्रोहियों ने बयान दिया था कि यमन फिलिस्तीनी लोगों के लिए अपने समर्थन अभियान जारी रखने से पीछे नहीं हटेगा, जब तक कि गाजा पर इजराइली आक्रमण बंद नहीं हो जाता और घेराबंदी हटा नहीं ली जाती। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अमेरिका का यमन के खिलाफ ये कार्रवाई अब तक हुई घातक कार्रवाईयों में से एक है, जिसमें यमन को इतनी बड़ी संख्या में जानमाल की हानि हुई है।

हूती विद्रोहियों के ठिकानों में की गई एयर स्ट्राइक

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक हमले को अंजाम दिया है। इन ठिकानों में उनके तेल रिफाइनरियां, एयरपोर्ट और मिसाइल स्थल आदि अन्य जगहें शामिल हैं।

हमले के बाद आया अमेरिकी सेना का बयान

एयर स्ट्राइक हमले के बाद अमेरिकी सेना की सेन्ट्रल कमांड  (CENTCOM) का बयान सामने आया।  CENTCOM ने हमले के संदर्भ में कहा कि इस हमले का उद्देश्य रास ईसा बंदरगाह को नष्ट करना था, जो हूती विद्रोहियों के लिए ईंधन आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत था। CENTCOM ने यह भी स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई का मकसद यमन के नागरिकों को नुकसान पहुंचाना नहीं था, बल्कि हूती विद्रोहियों की सैन्य क्षमताओं को कमजोर करना था।​

पूर्व में भी कर चुका है हूती विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई

अमेरिका ने यमन के ईरान-समर्थित हूती विद्रोहियों के खिलाफ हाल के वर्षों में कई बार हमले किए हैं, विशेषकर तब जब हूती समूह ने रेड सी और आस-पास के जलमार्गों में वाणिज्यिक जहाजों पर हमले किए। अमेरिका ने 2016 में यमन से अमेरिकी नौसेना के जहाज USS Mason पर मिसाइल दागे गए थे। जवाब में अमेरिका ने यमन के तट पर स्थित तीन रडार स्थलों पर टॉमहॉक मिसाइलों से हमला किया।

फरवरी 2024 में अमेरिकी सेना ने यमन में कई हूती मिसाइल ठिकानों पर क्रूज़ मिसाइल और ड्रोन हमले किए। अमेरिका का कहना था कि ये हमले “आत्मरक्षा” के तहत किए गए, क्योंकि हूती बार-बार अमेरिकी जहाजों को निशाना बना रहे थे।

जनवरी 2024 में अमेरिका और ब्रिटेन ने संयुक्त रूप से हूती विद्रोहियों के खिलाफ हवाई और मिसाइल हमले किए। ये हमले रेड सी में वाणिज्यिक जहाजों पर हूती हमलों के जवाब में किए गए थे। इसका उद्देश्य हूती समूह की समुद्री हमले करने की क्षमता को कमजोर करना था।