SHIV SHANKAR SAVITA- बसपा से पूर्व में ससुर संग निकाले गए बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने विगत दिनों सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट लिखते हुए माफी मांग ली। आकाश आंनद के माफी मांगने के बाद मायावती ने उन्हें माफ करते हुए निष्काषन को रद्द कर दिया था। ऐसे में कयास लगाये जा रहे थे कि आज लखनऊ में होने वाली बैठक में आकाश आनंद को पुनः बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस बैठक पर सभी पार्टी के नेता टकटकी लगाकर देख रहे थे पर लखनऊ में आयोजित हुई बैठक में आकाश आनंद नदारद रहे। जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में फिर से कई तरह के कयास लगाए जाने लगे।
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने जो बैठक बुलाई है, उसमें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीएसपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ ही सभी जिलाध्यक्ष शामिल हुए। बैठक में संगठन की जमीनी तैयारी और पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए दिए गए कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही जरूरी दिशा निर्देश भी दिए गए। बता दें कि वर्तमान में बहुजन समाज पार्टी के दो नेशनल कोऑर्डिनेटर हैं, लेकिन माफी के बाद आकाश आनंद को तीसरा नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाए जाने की चर्चा हो रही थी।
अंबेडकर जयंती से एक दिन पूर्व मांगी थी माफी
अंबेडकर जयंती से एक दिन पहले रविवार को आकाश आनंद ने सार्वजनिक रूप से बसपा प्रमुख मायावती से मांफी मांगते हुए पार्टी में दोबारा से लेने की अपील की थी, साथ ही मायावती को अपना दिल से एकमात्र सियासी गुरू और आदर्श मानने और बसपा हित में कभी भी अपने रिश्ते-नातों को और खासकर अपने ससुराल वालों को कतई बाधा नहीं बनने देने की बात कही थी
आकाश आनंद ने कहा कि मायावती के दिए गए दिशा-निर्देशों का ही पालन करूंगा और पार्टी के बड़े व पुराने लोगों की पूरी इज्जत करूंगा और उनके अनुभवों से काफी कुछ सीखूंगा. इस तरह माफी मांगने के ढाई घंटे बाद ही मायावती ने आकाश आनंद को माफ करते हुए बसपा में वापसी का ऐलान कर दिया था. हालांकि, बसपा प्रमुख मायावती ने इसका खुलासा नहीं किया कि वो आकाश आनंद को क्या जिम्मेदारी देंगी।
ससुराल पक्ष के हस्तक्षेप का लगा था आरोप
मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित करने का निर्णय लिया, जब यह आरोप लगे कि वे और उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ पार्टी के निर्णयों में अत्यधिक हस्तक्षेप कर रहे थे। इससे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार किया जा रहा था, जिससे संगठन में असंतोष फैल रहा था।