महंगाई के आगे जनता का सरेंडर !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट , प्रदेश भर में कमर तोड़ महंगाई के विरोध में उत्तराखंड कांग्रेस ने भाजपा सरकार का पुतला दहन किया। महानगर अध्यक्ष की अगुवाई में कांग्रेसी ऐश्ले हाल चौक पर इकट्ठा हुए और उसके बाद भाजपा मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए अपना विरोध दर्ज किया। कांग्रेसियों का आरोप है आज आम आदमी का जीना दुबर हो गया है गैस और तेल की कीमतें हों या घरेलू खाद्य सामग्री सब की कीमतें आसमान छू रही है ऐसे में आम जनता परेशान है और बीजेपी सरकार को जगाने का काम कर रही है। देश भर में आसमान छूती महंगाई को लेकर कांग्रेस का जनआक्रोश अब सड़कों पर दिखने लगा है। उत्तराखंड कांग्रेस ने प्रदेश भर में भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। साथ ही जगह-जगह पुतला दहन कर विरोध जताया। 


आपको बता दे प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के आह्वान पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर में केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी की अगुवाई में कार्यकर्ता ऐश्ले हॉल चौक पर एकत्रित हुए। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा का पुतला दहन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी करते हुए महंगाई पर लगाम लगाने की मांग की। उग्र कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी सरकार को चेतावनी भी दी। कांग्रेस के देहरादून महानगर अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी ने कहा कि महंगाई की मार से आज हर घर परेशान है। रसोई गैस, डीजल-पेट्रोल और दाल-आटा-तेल जैसी जरूरी चीजों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। लेकिन सरकार आंखें मूंदे बैठी है। कांग्रेस का कहना है कि यह तो सिर्फ शुरुआत है अगर सरकार ने महंगाई पर जल्द नियंत्रण नहीं किया तो यह आंदोलन और भी विकराल रूप से किया जाएगा।


वही प्रदेश में उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने विभिन्न वर्ग के लिए बिजली के दामों में बढ़ोतरी की घोषणा कर दी है. इसमें फिक्स चार्ज की बढ़ोतरी नहीं की गई है लेकिन प्रति यूनिट बिजली के दाम करीब 33 पैसे तक बढ़ा दिए गए है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने प्रदेश में घरेलू और व्यावसायिक समेत विभिन्न वर्ग के उपभोक्ताओं के लिए नई दरों की घोषणा की है। आयोग ने पिछले साल के टैरिफ के लिहाज से घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 33 पैसे की दर से वृद्धि की है, इसी तरह व्यावसायिक उपभोक्ताओं के लिए 42 पैसे की वृद्धि की गई है। छोटी इंडस्ट्री के लिए 36 पैसे और बड़ी इंडस्ट्री के लिए 46 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। उधर इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन में 65 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।



कुल मिलाकर पहाड़ प्रदेश उत्तराखंड की जनता एक ओर जहां वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं से परेशान है. तो वहीं दूसरी ओर बिजली के बढ़ते दामों और गैस के बढ़े दामों ने आम जनता की परेशानी को और बढ़ा दिया है। सवाल ये है कि क्या राज्य सरकार बिजली बढ़ोतरी के दामों को वापस लेगी,  वहीं महंगी बिजली के बीच राज्य में पेयजल का संकट भी गहरा गया है। पूरे प्रदेश भर में पानी की किल्लत देखने को मिली है।लेकिन प्रदेश की जनता को बढ़ती गर्मी में फिलाहल बिजली ,पानी और गैस की कीमतों में कोई बड़ी राहत मिलना न के मुताबिक ही नजर आ रहा  है।