KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विस्तार हो रहा है और राज्य सरकार की प्राथमिकता में बड़े शहरों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना शामिल है। इसी कड़ी में एक और मेगा प्रोजेक्ट — गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे — जल्द ही जमीन पर उतरने जा रहा है। यह नोएडा से कानपुर के बीच की दूरी को नई दिशा और रफ्तार देगा।
गाजियाबाद से कानपुर तक बनने वाला यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे लगभग 380 किलोमीटर लंबा होगा। अभी इस रूट पर सफर करने में 8 से 9 घंटे लगते हैं, लेकिन एक्सप्रेसवे के बन जाने से यह समय घटकर महज 5 से 6 घंटे रह जाएगा। यानी यात्रियों को लगभग 3 घंटे की बचत होगी।
यह एक्सप्रेसवे हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज और उन्नाव जैसे महत्वपूर्ण जिलों से होकर गुजरेगा। इससे इन क्षेत्रों की सड़कों से बड़ी शहरों से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी, जो स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार, व्यापार और विकास के नए अवसर लेकर आएगी।
शुरुआत में इस एक्सप्रेसवे को चार लेन का बनाया जाएगा, लेकिन भविष्य में इसे छह लेन तक विस्तारित करने की योजना है। इसी को ध्यान में रखते हुए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके अलावा पूरे मार्ग पर अंडरपास, फ्लाईओवर और सर्विस रोड्स का भी निर्माण होगा ताकि गांवों और कस्बों के लोगों को आवागमन में कोई परेशानी न हो।
इस परियोजना का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे को नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भी जोड़ा जाएगा। इससे इंटरनेशनल ट्रैवलर्स को भी सुगमता मिलेगी और जेवर एयरपोर्ट को लेकर औद्योगिक विकास को और रफ्तार मिलेगी।
इस परियोजना के पूरा होने से यूपी की अर्थव्यवस्था को सीधा लाभ मिलेगा। बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापारिक गतिविधियों में तेजी, उद्योगों में निवेश और रोजगार के नए अवसरों का सृजन होगा। एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और मध्य हिस्सों को जोड़ते हुए राज्य की लॉजिस्टिक्स क्षमता को भी मजबूत करेगा।
इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को वर्ष 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्यों की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने जा रही है। सरकार और प्रशासनिक एजेंसियों की कोशिश है कि यह प्रोजेक्ट निर्धारित समयसीमा में पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा हो।
ये भी पढ़ें- भतीजी के आरोपों के बाद मायावती ने की बड़ी कार्रवाई, भतीजी के पति, सास और ससुर को दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता