KNEWS DESK- खबर गाजीपुर से है।जहाँ फर्जी तरीके से आय,निवास,जाति प्रमाण पत्र जारी करने का बड़ा घोटाला सामने आया है। मामला जखनियां तहसील का है, जहाँ तैनात संविदा कर्मी बीआरसी ऑपरेटर ने हजारों प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से जारी कर दिए। गाजीपुर में फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र जारी करने के आरोपी संविदा कर्मी पर एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।
गाजीपुर जिले के जखनियां तहसील में बीआरसी कंप्यूटर ऑपरेटर कन्हैया राजभर ने तीन लेखपालों के लॉगिन आईडी का दुरुपयोग कर हजारों फर्जी प्रमाण पत्र जारी कर दिये। फर्जी प्रमाणपत्रों के जारी होने का मामला आंगनबाड़ी भर्ती के दौरान प्रकाश में आया। जब कई स्थानों से आय प्रमाण पत्रों को लेकर शिकायतें मिलीं। जांच में पता चला कि आरोपी कन्हैया राजभर ने लेखपाल संध्या सिंह, रवि भूषण सिंह सिंगलानी और कैलाश सिंह के स्थानांतरण के बाद उनके लॉगिन का इस्तेमाल किया।आरोपी ने कुल 9,680 फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए। इनमें 5,849 आय प्रमाण पत्र, 1,966 जाति प्रमाण पत्र और 1,865 निवास प्रमाण पत्र शामिल हैं। मामला संज्ञान में आने के बाद उप जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने तहसीलदार देवेंद्र यादव को जांच का जिम्मा सौंपा था। जांच में आरोप सही पाए जाने पर गाजीपुर की भुड़कुड़ा कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एफआईआर दर्ज होने की जानकारी मिलते ही आरोपी कन्हैया राजभर फरार हो गया। आरोपी की तलाश में पुलिस की टीम बनाई गई है जो आरोपी को तलाश रही है। जबकि आरोपी की संविदा सेवा समाप्ति की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।

मामले की जानकारी देते हुए गाजीपुर जिले की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने बताया की फर्जी प्रमाणपत्रों के जारी करने का मामला प्रकाश में आया है। इन फर्जी प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल नौकरी में आरक्षण लेने और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिया किया जाता रहा है। फर्जी प्रमाणपत्रों को जारी करने वाले आरोपी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर दी गयी है और उसकी सेवा समाप्ति की कार्रवाई भी कर दी गई है। इन प्रमाणपत्रों का उपयोग कर जिन लोगों ने गलत तरीके से योजनाओं का लाभ लिया है उनके ऊपर भी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।