KNEWS DESK- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल, 2025 को ‘आर्थिक स्वतंत्रता दिवस’ के रूप में घोषित करते हुए एक व्यापक टैरिफ नीति की घोषणा की। इस नीति के तहत, सभी आयातों पर न्यूनतम 10% बेसलाइन टैरिफ लागू किया जाएगा, जो 5 अप्रैल से प्रभावी होगा। इसके अतिरिक्त, देशों के खिलाफ ‘पारस्परिक’ टैरिफ लगाए जाएंगे, जो उनकी अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ के आधार पर होंगे।
भारत पर लागू टैरिफ-
ट्रंप ने भारत पर 26% का टैरिफ लागू करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर औसतन 52% टैरिफ लगाता है, इसलिए हमने भारत पर 26% का टैरिफ लगाया है। इसका मतलब है कि अब भारतीय उत्पादों पर अमेरिका में औसतन 26% का टैरिफ लगेगा। उदाहरण के लिए, यदि कोई भारतीय उत्पाद अमेरिका में पहले बिना टैरिफ के 100 डॉलर में बिकता था, तो अब उसकी कीमत 126 डॉलर होगी।
पाकिस्तान और चीन पर लागू टैरिफ-
पाकिस्तान पर 29% और चीन पर 34% का टैरिफ लागू किया गया है। यह दोनों देशों द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर उच्च टैरिफ लगाने के कारण है। पाकिस्तान अमेरिकी उत्पादों पर 58% टैरिफ लगाता है, जबकि चीन पर यह दर 64% है। ट्रंप ने कहा कि ये टैरिफ देशों के व्यापारिक व्यवहार के आधार पर निर्धारित किए गए हैं।
अन्य देशों पर लागू टैरिफ-
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यूरोपीय संघ (EU): 20% टैरिफ
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जापान: 24% टैरिफ
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दक्षिण कोरिया: 22% टैरिफ
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वियतनाम: 46% टैरिफ
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ताइवान: 32% टैरिफ
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ऑस्ट्रेलिया: 10% टैरिफ
ट्रंप ने इन टैरिफों को लागू करने के पीछे उद्देश्य अमेरिकी विनिर्माण क्षेत्र को पुनर्जीवित करना, व्यापार घाटे को कम करना और दीर्घकालिक उपभोक्ता लागत को घटाना बताया है। हालांकि, आलोचक इस कदम को लेकर चिंतित हैं, उनका मानना है कि इससे मुद्रास्फीति बढ़ सकती है और उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है।
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