KNEWS DESK- पिछले दिनों म्यांमार में आये विनाशकारी भूकंप से हजारों लोगों की जान चली गई, वहीं हजारों की संख्या में लोग जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे है। म्यांमार में आये इस विनाशकारी भूकंप के हल्के झटके भारत में भी महसूस किये गए थे। हालांकि भारत में आये इन हल्के झटकों ने कोई जानमाल की हानि नहीं पहुंचाई थी, पर आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक जावेद मलिक ने रिसर्च के जरिये बताया कि भारत भी विनाशकारी भूकंप के मुहाने पर बैठा है। हमें विनाशकारी भूकंप के आने की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए, बल्कि इसके बचाव के तरीकों को तलाशना चाहिए।
आईआईटी कानपुर के भूविज्ञान विभाग के प्रोफेसर और वैज्ञानिक जावेद मलिक ने कहा कि सागाइंग फॉल्ट बहुत खतरनाक फॉल्ट है। सागाइंग फॉल्ट की तरह भारत में भी फॉल्ट है। सिलीगुड़ी में गंगा-बंगाल फॉल्ट है और इन फॉल्टों के बीच में भी कई अन्य फॉल्ट मौजूद है। सिलीगुड़ी फॉल्ट सागाइंग फॉल्ट से जुड़ा हुआ है और इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि एक फॉल्ट के सक्रिय हो जाने से दूसरा फॉल्ट भी सक्रिय हो जाता है।
प्रोफेसर और वैज्ञानिक जावेद मलिक ने कहा कि हमें बड़े भूकंपों की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। हिमालय में कई सक्रिय फॉल्ट लाइनें हैं। सभी ने फ्रंटल पार्ट्स पर काम किया है, लेकिन ऊपर भी फॉल्ट लाइनें हैं। हमें केवल प्लेट सीमा के आसपास भूकंप नहीं देखने चाहिए। उत्तर-पूर्व और कश्मीर ज़ोन-5 में हैं। इस क्षेत्र में अधिक शोध की आवश्यकता है। हमें इस क्षेत्र में अधिक सावधानी बरतनी चाहिए और भूकंपों के प्रभाव को कम करने के लिए काम करना चाहिए।