KNEWS DESK – बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद हेमा मालिनी हाल ही में ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने गईं। लेकिन उनकी इस यात्रा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय संगठन ‘श्री जगन्नाथ सेना’ ने इसे अवैध बताते हुए सिंहद्वार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। संगठन का आरोप है कि हेमा मालिनी ने मंदिर में प्रवेश कर धार्मिक नियमों का उल्लंघन किया है।
विवाद की वजह क्या है?
पुरी जगन्नाथ मंदिर के नियमों के मुताबिक, केवल हिंदू धर्म को मानने वाले ही मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं। ‘श्री जगन्नाथ सेना’ के सदस्यों का कहना है कि हेमा मालिनी की शादी अभिनेता धर्मेंद्र से इस्लामिक रीति-रिवाजों से हुई थी। इसलिए, संगठन का मानना है कि उनका मंदिर में प्रवेश हिंदू आस्था के खिलाफ है। पुरी मंदिर में यह नियम लंबे समय से लागू है कि हिंदू धर्म छोड़ने वाले व्यक्ति को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाती।

हेमा मालिनी का पक्ष क्या है?
मंदिर प्रशासन के कुछ सदस्यों और पुजारियों ने इस नियम को सख्ती से लागू करने की मांग की है। हालांकि, हेमा मालिनी ने कभी सार्वजनिक रूप से इस्लाम धर्म अपनाने की बात स्वीकार नहीं की है। वह खुद को हिंदू मानती हैं और हमेशा धार्मिक आयोजनों में भाग लेती रही हैं। हाल ही में वह प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान गंगा स्नान भी कर चुकी हैं। इसके अलावा, उन्होंने राम मंदिर निर्माण का समर्थन किया और कई हिंदू धार्मिक अनुष्ठानों में सक्रिय भागीदारी निभाई है। ऐसे में उनकी धार्मिक मान्यता पर सवाल उठाना सही नहीं माना जा सकता।
धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की शादी पर फिर उठा सवाल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, धर्मेंद्र पहले से प्रकाश कौर के पति थे और उनके चार बच्चे थे। हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के अनुसार, पहली पत्नी से तलाक लिए बिना दूसरी शादी करना कानूनी रूप से मान्य नहीं है। इसी वजह से माना जाता है कि धर्मेंद्र और हेमा मालिनी ने इस्लाम धर्म अपनाकर 1979 में निकाह किया था। हालांकि, दोनों ने कभी इस मुद्दे पर खुलकर बात नहीं की। उनकी शादी को लेकर कई बार विवाद उठ चुके हैं, लेकिन दोनों ने हमेशा अपने रिश्ते को निजी रखा है।