सुनीता विलियम्स जैसे अंतरिक्ष यात्री पर NASA का खर्च कितना है? जानें जिम, खाने-पीने से लेकर हर सुविधा का पूरा हिसाब…

KNEWS DESK-  भारत की बेटी और नासा की प्रमुख अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने आज सुबह 3:26 मिनट पर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से अपनी 314 दिनों की ऐतिहासिक यात्रा को समाप्त करते हुए धरती पर सुरक्षित वापसी की। उनका ड्रैगन कैप्सूल अमेरिका के फ्लोरिडा के पास समुद्र में लैंड हुआ, जिससे उनके मिशन के समापन की घोषणा की गई। हालांकि, सुनीता विलियम्स को शुरुआत में केवल 9 से 14 दिनों के लिए अंतरिक्ष में जाने का कार्यक्रम था, लेकिन बोइंग के अंतरिक्ष यान में खराबी आने के कारण उन्हें अतिरिक्त समय तक ISS पर रहना पड़ा।

नासा ने इसके बाद स्पेसएक्स की मदद ली, और एलन मस्क की कंपनी ने सुनीता विलियम्स को सुरक्षित धरती पर वापस लाने का जिम्मा लिया। नासा की यह कार्यप्रणाली और स्पेसएक्स का सहयोग अंतरिक्ष मिशनों की सफलता को एक नई दिशा दे रहे हैं।

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के संचालन के लिए नासा हर साल लगभग 3 बिलियन डॉलर (25965 करोड़ रुपये) का बजट आवंटित करता है। यह रकम नासा के ह्यूमन स्पेस मिशन का लगभग एक तिहाई है। ISS पर खर्च किए गए इस विशाल बजट का उद्देश्य एस्ट्रोनॉट्स को सर्वोत्तम सुविधाएं और आवश्यक संसाधन प्रदान करना है, ताकि वे अंतरिक्ष में अपने मिशन को सुरक्षित और प्रभावी तरीके से पूरा कर सकें।

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए कई अत्याधुनिक सुविधाएं और तकनीकी उपाय उपलब्ध हैं। एक उदाहरण है ISS का खास टॉयलेट, जो यूरिन और पसीने को रिफाइन करके शुद्ध पानी में बदलने की क्षमता रखता है। इसका उद्देश्य अंतरिक्ष में पानी की कमी को दूर करना है। साथ ही, ISS में पानी के अणुओं को तोड़कर हाइड्रोजन और ऑक्सीजन अलग किया जाता है, जिससे स्टेशन में ऑक्सीजन की सप्लाई की जाती है।

इन सभी प्रक्रियाओं के लिए नासा हर साल लगभग 35 करोड़ रुपये खर्च करता है, ताकि एस्ट्रोनॉट्स को जरूरी पानी और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सके। इसके अलावा, ISS पर एस्ट्रोनॉट्स के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी खास व्यवस्था की जाती है। इसमें एक जिम भी शामिल है, जिसमें एस्ट्रोनॉट्स को नियमित रूप से व्यायाम करने की सुविधा मिलती है, ताकि वे अंतरिक्ष में लम्बे समय तक रहने के बावजूद शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें।

ISS पर एस्ट्रोनॉट्स को उच्च गुणवत्ता वाले भोजन और चिकित्सा किट की आवश्यकता होती है। इसके लिए नासा हर दिन लगभग 22,500 डॉलर (19.47 लाख रुपये) खर्च करता है, जो कि सालाना लगभग 71 करोड़ रुपये तक पहुंचता है। इन खर्चों में एस्ट्रोनॉट्स के लिए विशेष प्रकार के भोजन की आपूर्ति, मेडिकल किट, और अन्य जरूरी आपूर्ति शामिल होती है।

इन खर्चों का उद्देश्य एस्ट्रोनॉट्स को न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रखना है, बल्कि उनकी मानसिक स्थिति को भी बनाए रखना है, क्योंकि लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्रियों की सफलता से यह साबित होता है कि अंतरिक्ष मिशनों के लिए नासा और स्पेसएक्स का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है। इन मिशनों के जरिए हम अंतरिक्ष यात्रा के भविष्य को बेहतर और सुरक्षित बनाने के प्रयासों में लगातार सफलता प्राप्त कर रहे हैं। सुनीता विलियम्स की 314 दिनों बाद धरती पर सुरक्षित वापसी ने इस सहयोग की ताकत को साबित किया है, और भविष्य में और भी ऐतिहासिक मिशनों की उम्मीद जताई है।

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