KNEWS DESK- बीती 12 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वाराणसी दौरे के दौरान नगर निगम की घोर लापरवाही सामने आई। सीएम की फ्लीट के सामने सांड़ के आ जाने से नाराज अधिकारियों ने नगर निगम से संबद्ध 14 अस्थाई कर्मचारियों को सेवा मुक्त कर दिया है, जबकि 2 स्थायी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार 12 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वाराणसी दौरा था। इस दौरान नगर निगम ने सीएम की सुरक्षा की दृष्टि से नगर निगम के 16 कर्मचारियों को सड़क से सांड़ को हटाने के कार्य पर लगाया था। ड्यूटी पर लगाये गए कर्मचारियों ने अपने कर्तव्यों में लापरवाही दिखाते हुए सौंपे गए कार्य के प्रति लापरवाही दिखाई। जिसके कारण सीएम की फ्लीट के सामने सांड़ आ गया। हालांकि सांड़ के आ जाने से किसी प्रकार की कोई दुर्घटना नहीं हुई। कार्य के प्रति लापरवाही बरतने के चलते नगरायुक्त अक्षय वर्मा ने 14 स्थायी कर्माचरियों को सेवा मुक्त कर सेवा प्रदाता कंपनी को नोटिस जारी किया है वहीं 2 स्थायी कर्मचारियों को निलंबित कर उन्हें मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया है।

सेवा प्रदाता कंपनी को नोटिस जारी
सरकारी निकायों में आउटसोर्सिंग में कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली कंपनी वारियर्स सिक्योरिटी एंड सर्विसेज को नोटिस जारी करते हुए इन हटाए गए कर्मचारियों के बदले अनुशासित कर्मचारियों को उपलब्ध कराने की बात कही गई है। साथ ही इस तरह की पुनरावृत्ति होने पर कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की बात कही गई है।
इन कर्मचारियों पर हुई कार्रवाई
नगरायुक्त अक्षय वर्मा ने रजत प्रजापति, राकेश प्रजापति, शुभम प्रजापति, निशांत मौर्य, दीपक शर्मा, रामबाबू, राजेश कुमार, गंगा राम, आशीष प्रजापति, राघवेन्द्र चौरसिया, अरविंद यादव, अंकित यादव, लालधारी यादव, श्याम सुंदर को सेवा मुक्त कर दियाहै, जबकि अमृत लाल और संजय प्रजापति को निलंबित कर मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया है।