KNEWS DESK, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के हर सीजन में एक ऐसा नियम जरूर आता है, जिसपर काफी बहस होती है। इस बार आईपीएल 2025 में एक नया नियम लागू किया गया है, जो खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट से जुड़ा हुआ है। टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले ही सभी टीमों ने इस नियम का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। आइए जानते हैं आईपीएल 2025 के रिप्लेसमेंट नियम के बारे में और यह कैसे काम करते हैं।
आईपीएल 2025 में रिप्लेसमेंट नियम
आईपीएल 2025 में बीसीसीआई ने रिप्लेसमेंट खिलाड़ियों को लेकर एक नया नियम लागू किया है। अगर किसी खिलाड़ी को सीजन के दौरान गंभीर चोट या बीमारी हो जाती है, तो टीमें उनकी जगह पर नए खिलाड़ी को शामिल कर सकती हैं। यह नियम सीजन शुरू होने से पहले और सीजन के दौरान दोनों वक्त लागू होता है। 2025 के अनुसार, पहले 12 लीग मैचों के दौरान खिलाड़ियों को बदला जा सकता है, जबकि पहले यह सुविधा सिर्फ 7वें मैच तक ही थी।
रिप्लेसमेंट खिलाड़ी को लेकर बीसीसीआई ने दो मुख्य शर्तें तय की हैं:
- रजिस्टर्ड अवेलेबल प्लेयर पूल (RAPP): रिप्लेसमेंट खिलाड़ी को रजिस्टर्ड और अवेलेबल प्लेयर पूल में होना चाहिए।
- फीस की सीमा: रिप्लेसमेंट खिलाड़ी की फीस उस खिलाड़ी से अधिक नहीं हो सकती, जिसकी जगह उसे टीम में शामिल किया गया है।
सैलरी कैप और कॉन्ट्रैक्ट नियम
बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, रिप्लेसमेंट खिलाड़ी की फीस टीम के मौजूदा सैलरी कैप में नहीं जोड़ी जाती। हालांकि, अगर रिप्लेसमेंट खिलाड़ी का कॉन्ट्रैक्ट अगले सीजन के लिए बढ़ाया जाता है, तो उनकी फीस सैलरी कैप में शामिल की जाएगी। टीमों को स्क्वाड नियमों का पालन करना होगा और खिलाड़ियों की संख्या को भी तय सीमा के अंदर रखना होगा। यदि रिप्लेसमेंट खिलाड़ी का कॉन्ट्रैक्ट भविष्य के सीजन के लिए बढ़ाया जाता है, तो उसे स्क्वाड के किसी अन्य सदस्य की तरह माना जाएगा।
आईपीएल 2025 में कई टीमों ने रिप्लेसमेंट खिलाड़ियों का चयन किया है। उदाहरण के तौर पर, कोलकाता नाइट राइडर्स के तेज गेंदबाज उमरान मलिक नेशनल क्रिकेट अकादमी के फिटनेस टेस्ट में फेल हो गए थे और उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया। उनकी जगह पर चेतन साकारिया को टीम में शामिल किया गया है। इसी तरह मुंबई इंडियंस ने पीएसएल छोड़कर कॉर्बिन बॉश को अपनी टीम में शामिल किया है।
आईपीएल 2025 के नए रिप्लेसमेंट नियम ने टीमों को चोट या बीमारी के कारण किसी खिलाड़ी के बाहर होने पर उसकी जगह पर नया खिलाड़ी शामिल करने की सुविधा दी है। इन नियमों के तहत बीसीसीआई ने एक स्पष्ट मार्गदर्शन दिया है, जिससे टीमों को किसी भी खिलाड़ी के अनुपलब्ध होने पर सही कदम उठाने में मदद मिलती है।