होलिका दहन में भूलकर भी न डालें ये चीजें, वरना जीवन हो जाएगा बर्बाद

KNEWS DESK- इस साल होली 14 मार्च को पड़ रही है। होली से पूर्व संध्या यानी 13 मार्च को 2025 को होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 26 मिनट पर शुरू होगा और समाप्त मध्यरात्रि 12 बजकर 48 मिनट पर होगा। बता दें कि होलिका दहन को छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, होलिका दहन में जलने वाली अग्नि को कुछ चीजों को निषेध माना गया है। इन चीजों को होलिका में डालने से जीवन में अशुभ होने का खतरा बना रहता है। निषेध चीजों को जलाने से स्वयं के साथ-साथ परिवार को सदस्यों को भी अनहोनी और अप्रिय घटना होने का खतरा बना रहता है, वहीं कुछ चीजों को जलाने से जीवन में तरक्की, समृद्धि, शांति, धन-वैभव की प्राप्ति होती है। इसलिए आवश्यक हो जाता है कि होलिका दहन के दौरान हमें सावधानी बरतना जरूरी हो जाता है।

इन्हें जलाने से होती है जीवन में अशुभ की शुरूआत

♦ होलिका की अग्नि पवित्र होती है तो उसमें गंदे कपड़े,टायर आदि जैसी चीजें नहीं डालनी चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से मंगल ग्रह का दुष्प्रभाव आपके जीवन पर पड़ सकता है।

♦ होलिका की आग में पानी वाला नारियल नहीं डाला जाता है। होलिका दहन में सूखा नारियल चढ़ाया जाता है। पानी वाला नारियल चढ़ाने से आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति खराब हो सकती है। चंद्रमा ठीक नहीं होने से व्यक्ति को अपने जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

♦ होलिका दहन की आग में टूटे फूटे लकड़ी के सामान जैसे पलंग,सोफा,अलमारी का सामान नहीं डालना चाहिए। वरना आपके जीवन और घर-परिवार पर शनि,राहु और केतु का अशुभ प्रभाव पड़ सकता है।

♦ होलिका की पूजा में लोग घर पर बनाए हुए पकवान भी अर्पित करते हैं। तो अगर आप गुजिया होलिका की आग में चढ़ा रहे हैं तो ध्यान रहें कि इसकी संख्या तीन न हो।

♦ होलिका की अग्नि में सूखी हुई गेहूं की बालियां और सूखे फूल भी नहीं डालना चाहिए। वरना शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती है।

इन्हें जलाने से मिलता है शुभ फल

♦ होलिका दहन की आग में सूखा नारियल डालना चाहिए।

♦ इसके अलावा अक्षत और ताजे फूल होलिका की अग्नि में चढ़ाएं।

♦ होलिका को साबुत मूंग की दाल, हल्दी के टुकड़े, और गाय के सूखे गोबर से बनी माला अर्पित करें।

♦ होलिका की अग्नि में चांदी या तांबे के कलश से जल और गुलाल भी जरूर चढ़ाएं।