KNEWS DESK- उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार सुबह 7:15 बजे एक बड़ी हिमस्खलन घटना घटित हुई, जिसमें बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के 57 मजदूर बर्फ के नीचे दब गए। यह घटना बद्रीनाथ से लगभग 3 किलोमीटर दूर माणा गांव में हुई, जहां BRO की टीम चमोली-बद्रीनाथ हाईवे पर बर्फ हटाने का कार्य कर रही थी। मजदूर इसी टीम के साथ थे और आठ कंटेनरों और एक शेड में काम कर रहे थे।
हिमस्खलन के बाद बचाव कार्य के लिए उत्तराखंड सरकार ने तुरंत अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने SDRF (State Disaster Response Force) के अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक की, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी राज्य के मुख्यमंत्री से घटना पर अपडेट लिया।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान कहा कि माणा गांव तिब्बत सीमा पर स्थित भारत का अंतिम गांव है और बर्फबारी के चलते राहत कार्यों में काफी कठिनाई हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, इस समय चमोली में लगातार बर्फबारी हो रही है, जिससे हेलिकॉप्टर के जरिए राहत कार्यों को भेजना मुश्किल हो रहा है।
मौसम विभाग ने 28 फरवरी की देर रात तक उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे राहत कार्य और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गए हैं। चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि घटनास्थल पर बारिश और बर्फबारी जारी है, जिसके कारण सड़कों की स्थिति भी बिगड़ रही है और हेलिकॉप्टर के जरिए राहत भेजना संभव नहीं हो पा रहा है।
SDRF की IG रिधिमा अग्रवाल ने बताया कि BRO के कमांडेंट के अनुसार, घटनास्थल से जोशीमठ तक सड़क पूरी तरह से अवरुद्ध हो गई है और सेना इसे खोलने में लगी हुई है। SDRF की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है, जबकि दूसरी टीम सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखी गई है। इसके अलावा, SDRF की ड्रोन टीम भी घटना स्थल पर लगातार नजर बनाए हुए है।
इस समय SDRF, NDRF, सेना और ITBP की टीमें मौके पर बचाव कार्य में लगी हुई हैं, लेकिन मौसम की प्रतिकूल स्थितियों के कारण रेस्क्यू कार्य में चुनौतियां आ रही हैं। घटनास्थल तक पहुंचने के लिए सेना और बचाव टीमें सड़क खोलने का प्रयास कर रही हैं, ताकि राहत और बचाव कार्य को गति मिल सके।
चमोली जिले में भारी बर्फबारी और बारिश के बीच मजदूरों की सुरक्षा के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। प्रशासन और बचाव टीमें पूरी मेहनत के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं, और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में हुई इस हिमस्खलन घटना ने क्षेत्र में एक बड़ा संकट खड़ा कर दिया है। हालांकि, सरकार और संबंधित एजेंसियां पूरे प्रयास से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं, लेकिन खराब मौसम और बर्फबारी के कारण कार्यों में अवरोध आ रहा है। स्थिति पर पूरी निगरानी रखी जा रही है और जल्द से जल्द राहत पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।
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