KNEWS DESK- प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 के दौरान माघ पूर्णिमा स्नान से पहले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिसके परिणामस्वरूप शहर के विभिन्न मार्गों पर भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आज सुबह तीन बजे से ही संगम में स्नान का सिलसिला जारी है, जिससे फाफामऊ, झूंसी, नैनी, और वाराणसी-प्रयागराज रोड (जीटी रोड) सहित कई प्रमुख मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है, और मिनटों की दूरी तय करने में घंटों लग रहे हैं।
शहर के मुख्य मार्गों के साथ-साथ गलियों में भी वाहनों की भीड़ बढ़ गई है, जिससे स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सीमा से सटे ग्रामीण इलाकों में भी 10-10 किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी हुई हैं।
प्रशासन ने जाम की स्थिति से निपटने के लिए वाहनों को सीमावर्ती जिलों और अन्य राज्यों की ओर डायवर्ट करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे निजी वाहनों के बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। प्रयागराज की सीमा से लगने वाले जिलों के प्रशासन ने भी लोगों से वापस जाने की अपील की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लखनऊ, वाराणसी, रीवा, कानपुर और अन्य क्षेत्रों से हर घंटे हजारों वाहन प्रयागराज पहुंच रहे हैं, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था पर अत्यधिक दबाव बढ़ गया है। एसपी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि लखनऊ हाइवे से करीब 1500 से 2000 वाहन हर घंटे प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
जाम से बचने के लिए विशेषज्ञ निजी वाहनों के बजाय रेल, बस या हवाई यात्रा का सुझाव दे रहे हैं। जो श्रद्धालु संगम स्थल पहुंच चुके हैं और जाम के कारण निकल नहीं पा रहे हैं, वे किसी आश्रम में ठहरकर भीड़ कम होने का इंतजार कर सकते हैं। निजी वाहन से पहुंचने वाले श्रद्धालु नजदीकी पार्किंग में अपनी गाड़ी पार्क कर पैदल या ऑटो से संगम स्थल तक जा सकते हैं।
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