नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पीएम मोदी ने स्कूली छात्रों से की मुलाकात, पूछा – 2047 तक भारत का सपना

KNEWS DESK – आज देश भर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन को “पराक्रम दिवस” के रूप में मनाए जाने की महत्ता को उजागर किया। इस विशेष अवसर पर, पीएम मोदी ने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में स्कूली छात्रों से मुलाकात की और उनके विचारों को सुना, साथ ही उन्हें देश के भविष्य के बारे में प्रेरित किया।

पीएम मोदी ने छात्रों से बातचीत की

प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से पूछा कि 2047 तक उनका क्या लक्ष्य है। इस पर बच्चों ने उत्साहित होकर उत्तर दिया कि वे भारत को एक समृद्ध और विकसित राष्ट्र बनाना चाहते हैं। छात्रों का मानना था कि उनकी पीढ़ी 2047 तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगी और देश को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने छात्रों से यह भी पूछा कि वे सुबह कितने बजे घर से निकलकर यहां आए। बच्चों ने बताया कि वे सुबह 7 से 8 बजे के बीच घर से निकले थे, और भोजन का डिब्बा भी साथ नहीं लाए थे, क्योंकि वे घर से ही खाकर आए थे।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान को याद करते हुए

पीएम मोदी ने छात्रों से पूछा कि आज का दिन क्यों खास है, और जवाब में छात्रों ने बताया कि आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्मदिन है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर नेताजी के योगदान की महत्ता पर प्रकाश डाला और उनकी प्रसिद्ध उद्घोषणा, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा,” को याद किया। उन्होंने छात्रों से बोस के विचारों को समझने की अपील की और बताया कि ओडिशा के कटक में इस समय नेताजी के सम्मान में बड़े समारोह आयोजित किए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने सरकार के प्रयासों को बताया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर एक संदेश भी जारी किया, जिसमें उन्होंने नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि सरकार लगातार उस भारत के निर्माण की दिशा में काम कर रही है, जिसकी कल्पना नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने की थी। पीएम मोदी ने नेताजी को साहस और धैर्य का प्रतीक बताया और कहा कि उनकी दृष्टि आज भी हमें प्रेरित करती है।

प्रधानमंत्री मोदी का प्रेरणादायक संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने इस दिन की विशेषता को रेखांकित करते हुए कहा कि नेताजी कभी भी अपने आरामदायक क्षेत्र में बंधकर नहीं रहे। उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए कठिन संघर्षों का सामना किया और कभी भी कंफर्ट जोन से बाहर निकलने से नहीं हिचके। उन्होंने आगे कहा कि हम सभी को भी भारत को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना होगा।