मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में सभी 54 कैबिनेट मंत्री, स्वतंत्र प्रभार मंत्री और राज्य मंत्री को आमंत्रित किया गया है। बैठक में लगभग सभी प्रस्तावों पर चर्चा पूरी कर ली गई है और इनकी मंजूरी मिलने की संभावना है। खासकर धार्मिक सर्किट से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी इस बैठक में पेश किए जा सकते हैं।
बैठक के लिए महाकुंभ नगर स्थित अस्थायी सर्किट हाउस को 130 प्रीमियम स्पेशल काटेज में तब्दील किया गया है, जहाँ बड़ी संख्या में मंत्री और शासन के उच्च अधिकारी मंगलवार देर शाम तक पहुंचने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार की सुबह प्रयागराज पहुंचेंगे और दोपहर 12 बजे से बैठक का आयोजन होगा।
इस बैठक में प्रमुख प्रस्तावों में काशी, प्रयाग, अयोध्या, चित्रकूट और विंध्याचल का धार्मिक सर्किट बनाने की योजना शामिल है, जो प्रदेश के पर्यटन को नई दिशा देने के लिए अहम साबित हो सकती है। इसके अलावा, गंगा और यमुना नदी पर नए पुलों का निर्माण और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का विस्तार जैसी परियोजनाओं पर भी चर्चा हो सकती है। विशेष रूप से गंगा एक्सप्रेस वे के प्रस्ताव को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि इसे मंजूरी मिल सकती है, जैसा कि 2019 में कुंभ के दौरान मंत्रिमंडल की बैठक में हुआ था।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश के विकास, जनहित और इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कई अन्य योजनाओं पर भी विचार किए जाने की संभावना है, जो प्रदेश की विकास यात्रा को नई गति दे सकती हैं। संगम तट पर यह बैठक राज्य सरकार के महत्वपूर्ण निर्णयों के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकती है, और प्रदेश की राजनीतिक और प्रशासनिक हलचलों के बीच इस बैठक का खास महत्व होगा।
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