आधुनिक आपदा प्रबंधन केंद्रों का उद्घाटन
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में एक बयान जारी करते हुए बताया कि भारत में आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण को एक नई दिशा दी जा रही है। पहले जहां राहत कार्यों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता था, अब “जीरो कैजुअल्टी” का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आपदाओं के दौरान किसी भी व्यक्ति की जान न जाए। गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को तीन महत्वपूर्ण केंद्रों का उद्घाटन किया, जिनमें शामिल हैं:
- एनआईडीएम का दक्षिणी परिसर – इस केंद्र का उद्देश्य दक्षिण भारत में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण और रिसर्च को बढ़ावा देना है।
- एनडीआरएफ की 10वीं वाहिनी – यह इकाई विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों में तेजी से प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार की जाएगी।
- सुपौल स्थित क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र (आरआरसी) – इस केंद्र का कार्य आपदाओं के दौरान त्वरित सहायता प्रदान करना होगा।
नई शूटिंग रेंज का शिलान्यास
इसके अलावा, अमित शाह हैदराबाद में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में एक अत्याधुनिक शूटिंग रेंज का शिलान्यास भी करेंगे। यह शूटिंग रेंज पुलिस अधिकारियों के लिए फायरिंग प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से बनाई जा रही है, जिसमें 10 लेन होंगी और यह सभी मौसमों में काम करने के योग्य होगी। इस परियोजना पर लगभग 27 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है और यह सुविधा अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार अत्याधुनिक तकनीकी उपकरणों से लैस होगी।
आगे की योजनाएं और विकास
इस दौरान अमित शाह ने यह भी बताया कि सरकार का उद्देश्य आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सुधार करना है, ताकि भविष्य में किसी भी आपदा के दौरान प्रभावी और त्वरित प्रतिक्रिया हो सके। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सरकार भारत को आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यह दौरा आंध्र प्रदेश में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सुधार और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। साथ ही, यह पहल पुलिस प्रशिक्षण और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को भी मजबूती प्रदान करेगी, जो देश की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के लिए अत्यंत आवश्यक है।
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