KNEWS DESK- दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पूरी ताकत लगा रही है। पार्टी की रणनीति अब इस पर निर्भर करती है कि पार्टी हाईकमान, विशेष रूप से राहुल गांधी, किस प्रकार के कदम उठाते हैं। राहुल गांधी की सोमवार से दिल्ली चुनाव अभियान में एंट्री पर सभी की निगाहें हैं, क्योंकि यह कांग्रेस के भविष्य के लिए एक अहम मोड़ साबित हो सकता है।
राहुल गांधी की जनसभा पर होगी सबकी नजरें
कांग्रेस की चुनावी रणनीति में राहुल गांधी की सक्रिय भागीदारी की अहमियत को समझते हुए, उनकी सीलमपुर में आयोजित पहली जनसभा को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह जनसभा केवल एक चुनावी रैली नहीं, बल्कि पार्टी के चुनावी संघर्ष के रुख को निर्धारित करने वाली एक महत्वपूर्ण घटना हो सकती है। दिल्ली कांग्रेस को उम्मीद है कि राहुल गांधी की उपस्थिति और उनके आक्रामक तेवर पार्टी के चुनावी अभियान में नई जान डाल सकते हैं। खासतौर पर दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) और उसके नेतृत्व पर राहुल गांधी के हमले को लेकर सभी की नजरें लगी हुई हैं।
केजरीवाल सरकार के खिलाफ आक्रामक अभियान का असर
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि कांग्रेस ने दिल्ली में अब तक केजरीवाल सरकार की विफलताओं पर जो आक्रामक अभियान चलाया है, उसका असर अब दिखने लगा है। पार्टी ने लोगों के बीच यह संदेश पहुंचाने में सफलता प्राप्त की है कि वह आगामी चुनाव में पूरी ताकत और ऊर्जा के साथ मुकाबला करने के लिए तैयार है। इस आक्रामक अभियान के साथ ही राहुल गांधी की रणनीति और नेतृत्व कांग्रेस के लिए चुनावी सफलता की दिशा तय कर सकते हैं।
राहुल गांधी का प्रचार अभियान: एक निर्णायक मोड़
राहुल गांधी के प्रचार अभियान में उनकी भूमिका काफी निर्णायक हो सकती है। उनका रुख और पार्टी की राष्ट्रीय रणनीति चुनाव के नतीजों पर बड़ा असर डाल सकते हैं। कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व मानता है कि अगर राहुल गांधी का प्रचार अभियान ठीक से चलाया जाता है, तो दिल्ली चुनाव का परिणाम बेहद रोचक मोड़ ले सकता है।
त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है
कांग्रेस के पास अभी भी एक मजबूत आधार है और अगर राहुल गांधी की रैलियों और बयानबाजी के साथ पार्टी ने अपनी रणनीति को सही दिशा में आगे बढ़ाया, तो दिल्ली में चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है। इस समय दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ कांग्रेस अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
राहुल गांधी की भूमिका पर सबकी नजरें
दिल्ली चुनाव में कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती आम आदमी पार्टी से है, लेकिन राहुल गांधी की सक्रिय भूमिका और उनके नेतृत्व के रुख से कांग्रेस को सत्ता में वापसी का एक और मौका मिल सकता है। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने दिल्ली की राजनीति में अपनी पुरानी स्थिति को फिर से हासिल करने की कोशिशें तेज कर दी हैं। अगर पार्टी ने सही दिशा में काम किया, तो वह दिल्ली में अपनी खोई हुई जमीन को वापस पा सकती है और आगामी चुनाव को एक दिलचस्प मुकाबला बना सकती है।
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