KNEWS DESK – फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर कंगना रनौत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस राजनीतिक ड्रामा में कंगना ने न केवल भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है, बल्कि फिल्म का निर्देशन और निर्माण भी किया है। फिल्म 17 जनवरी को रिलीज हो रही है और इससे पहले कंगना अपने विवादास्पद बयानों और व्यक्तिगत अनुभवों को लेकर चर्चा में हैं।
इंदिरा गांधी पर कंगना का नजरिया
कंगना ने एक इंटरव्यू में इंदिरा गांधी को लेकर अपने बदलते दृष्टिकोण के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “जब तक मैंने इंदिरा गांधी पर रिसर्च नहीं किया था, तब तक मैं उन्हें बहुत मजबूत महिला मानती थी। लेकिन जब मैंने गहराई से अध्ययन किया, तो मुझे महसूस हुआ कि वे वास्तव में बहुत कमजोर थीं। उन्हें खुद पर भरोसा नहीं था और वे हर समय दूसरों पर निर्भर रहती थीं।”
कंगना ने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी का अपनी ताकत को लेकर संघर्ष उन्हें एक जटिल और दिलचस्प किरदार बनाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका चित्रण तथ्यों और गहन रिसर्च पर आधारित है।
प्रियंका गांधी के साथ मुलाकात
कंगना ने साझा किया कि संसद में उनकी मुलाकात कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा से हुई। इस मुलाकात के दौरान प्रियंका ने कंगना के काम और लुक की तारीफ की। कंगना ने बताया, “मैंने उनसे कहा कि मैंने ‘इमरजेंसी’ नाम की एक फिल्म बनाई है। उन्होंने जवाब दिया, ‘ठीक है, शायद मैं इसे देखूंगी।'”
फिल्म के निर्माण की चुनौतियां
‘इमरजेंसी’ के निर्माण के दौरान कई विवाद सामने आए। फिल्म को पहले 6 सितंबर 2024 को रिलीज किया जाना था, लेकिन सेंसर प्रमाणपत्र और कुछ समुदायों द्वारा गलत चित्रण के आरोपों के कारण इसकी रिलीज में देरी हुई। अब यह फिल्म 17 जनवरी 2025 को सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है।
कंगना ने फिल्म के निर्माण को लेकर कहा, “यह मेरी सबसे चुनौतीपूर्ण फिल्म है। मैंने इसमें बहुत कुछ दांव पर लगाया है और इसे सच्चाई के साथ प्रस्तुत किया है।”
फिल्म उद्योग पर कंगना की टिप्पणी
कंगना ने फिल्म उद्योग के मौजूदा निर्देशकों पर निशाना साधते हुए कहा, “आज फिल्म उद्योग में ऐसा कोई निर्देशक नहीं है, जिसके साथ मैं काम करना चाहूं। मैं गर्व के साथ कह सकती हूं कि मैं खुद ही अपनी प्रतिभा का सही इस्तेमाल कर सकती हूं।”
रिलीज से पहले दर्शकों की उम्मीदें
फिल्म के ट्रेलर ने पहले ही दर्शकों के बीच उत्साह बढ़ा दिया है। यह फिल्म इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री काल के सबसे विवादास्पद दौर, 1975 के आपातकाल, पर केंद्रित है। कंगना के किरदार और निर्देशन को लेकर जहां प्रशंसा हो रही है, वहीं उनके बयानों ने फिर से बहस छेड़ दी है।