KNEWS DESK, घर में नवजात बच्चों को बुरी नजर, बीमारियों और अन्य नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं। एक पुरानी परंपरा के अनुसार बच्चों के गले में चांदी के अर्ध चांद का लॉकेट पहनाया जाता है। यह प्रथा सिर्फ एक धार्मिक या सांस्कृतिक मान्यता नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई वैज्ञानिक और ज्योतिषीय कारण भी बताए जाते हैं। आइए जानते हैं कि चांदी के अर्ध चांद का लॉकेट पहनाने का महत्व क्या है और इसके लाभ।
चंद्रमा का लॉकेट पहनाने का महत्व
चांदी के अर्ध चांद का लॉकेट पहनाना एक प्राचीन परंपरा है, जो ज्योतिष शास्त्र से जुड़ी हुई है। ज्योतिषियों का मानना है कि चांदी चंद्रमा की धातु है और चंद्रमा को आत्मा और मन का कारक माना जाता है। इसलिए नवजात बच्चों के गले में चांदी का अर्ध चांद पहनाने से उनके मन और शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। चांदी के अर्ध चांद का लॉकेट बच्चों की सेहत को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है और उन्हें बुरी नजर से भी बचाता है। वहीं बच्चा न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रहता है, बल्कि मानसिक रूप से भी शांत और खुश रहता है।
चांदी के अर्ध चांद के लॉकेट से होने वाले लाभ
- मानसिक शांति: चांदी के अर्ध चांद का लॉकेट पहनाने से बच्चों के मन में शांति बनी रहती है। यह बच्चों को तनाव और चिड़चिड़ापन से बचाता है और उन्हें सकारात्मक मानसिक स्थिति में बनाए रखता है।
- शारीरिक सेहत में सुधार: चांदी की धातु को एक बलवर्धक माना जाता है, जो बच्चों के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। यह बच्चों को सामान्य बीमारियों से बचाता है और उनकी सेहत को बनाए रखने में मदद करता है।
- बुरी नजर से सुरक्षा: यह माना जाता है कि चांदी का अर्ध चांद बच्चों को बुरी नजर से बचाता है। अगर बच्चा बहुत ज्यादा रो रहा हो या खाना-पीना छोड़ दे, तो यह लॉकेट उसे नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार: चांदी की धातु बच्चों के शरीर से निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित करती है और उसे सकारात्मक ऊर्जा में बदल देती है। इससे बच्चों की शारीरिक और मानसिक सेहत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।