KNEWS DESK – ‘बिग बॉस 18’ का घर एक बार फिर खतरनाक गेम प्लान्स और रिश्तों की पेचीदगियों का गवाह बन रहा है। हर हफ्ते बदलते समीकरणों के बीच रजत दलाल ने अपनी चालाकी से सबको चौंका दिया है। सोलो प्लेयर बन चुके रजत एक बार फिर अपने गेम को पलटने और नए समीकरण बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनकी हरकतें अब घरवालों के साथ-साथ दर्शकों की भी नजरों में आ चुकी हैं।
नया समीकरण बनाने की कोशिश
रजत दलाल अब तक ‘RD एंजल्स’ ग्रुप के लीडर थे, लेकिन ट्रिपल एविक्शन में उनके ग्रुप की दो सदस्य, यामिनी मल्होत्रा और एडिन रोज, के बाहर हो जाने के बाद उनका आत्मविश्वास डगमगा गया है। उनकी रणनीतियों में अब तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है।
हाल ही में रजत को ईशा सिंह के साथ गेम की प्लानिंग करते हुए देखा गया। हालांकि, जब ईशा ने उनके मैनिपुलेशन को नकार दिया, तो उन्होंने अपनी चाल बदल ली और करण वीर मेहरा के ग्रुप की ओर हाथ बढ़ा दिया।
दुश्मनों से दोस्ती की नई चाल
जिस करण वीर मेहरा के खिलाफ रजत अब तक मोर्चा खोले हुए थे, उसी के साथ बीती रात रजत को हंसते-बोलते और अपनी पर्सनल लाइफ डिस्कस करते देखा गया। उन्होंने करण के साथ-साथ चुम दरांग और शिल्पा शिरोडकर से भी घनिष्ठता बढ़ानी शुरू कर दी है।
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यह घटनाक्रम दर्शकों के लिए हैरान करने वाला था क्योंकि रजत का यह मूव न केवल उनके पुराने ग्रुप के प्रति गद्दारी दिखाता है, बल्कि उनके सोलो प्लेयर के दावे पर भी सवाल खड़े करता है।
कमजोर प्लेयर्स को छोड़ा पीछे
रजत ने अब सारा और कशिश जैसे कमजोर प्लेयर्स से भी दूरी बना ली है। उनकी नजर अब मजबूत खिलाड़ियों और नए ग्रुप पर है, ताकि वह अपनी स्थिति को मजबूत कर सकें। नॉमिनेशन टास्क में उन्होंने विवियन डीसेना को नॉमिनेट कर करण के ग्रुप के प्रति अपनी निष्ठा दिखाने की कोशिश की।
जनता के लिए बड़ा सवाल
रजत के इस दोहरे खेल ने दर्शकों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह उनकी नई रणनीति है या महज असुरक्षा की भावना से लिया गया कदम? क्या उनका यह मूव उन्हें आगे ले जाएगा, या घरवालों और दर्शकों के गुस्से का कारण बनेगा?