KNEWS DESK – संसद का मौजूदा सत्र काफी हंगामेदार रहा है, खासकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा डॉ. भीमराव आंबेडकर पर दिए गए बयान को लेकर। इस विवाद के बाद से संसद परिसर में विरोध और प्रदर्शन का माहौल बना हुआ है। गुरुवार को भी संसद भवन परिसर में एक बार फिर से प्रदर्शन और धक्का-मुक्की देखने को मिली, जिसमें दो सांसद घायल हो गए। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान भाजपा ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने धक्का-मुक्की की, जबकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इसे भाजपा की साजिश करार दे रहे हैं।
राहुल गांधी पर लगे आरोपों को किया खारिज
दरअसल आपको बता दें कि पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव ने इस विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर इस धक्का-मुक्की में राहुल गांधी का कोई हाथ साबित होता है तो वह तत्काल अपनी सांसद की कुर्सी से इस्तीफा दे देंगे। पप्पू यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब भाजपा अपनी पार्टी के गृहमंत्री अमित शाह को बचाने के लिए कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी झूठी राजनीति कर रही है और मामले को तूल दे रही है।
पप्पू यादव ने कहा, “मैं 7 बार से सांसद हूं, लेकिन आज तक इस तरह के हंगामे का गवाह नहीं बना। जब एक पक्ष अपने ही लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस तरह की साजिशों में जुट जाता है, तो यह बेहद दुखद है।” यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि जिस वक्त यह धक्का-मुक्की हुई, राहुल गांधी संसद में अंदर जा रहे थे और उन्हें ही लाकर स्थिति को शांत किया था।
सारंगी पर पप्पू यादव का हमला
पप्पू यादव ने भाजपा सांसद प्रताप सारंगी को लेकर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “सारंगी आईसीयू में लेटकर नाटक कर रहे हैं। यह पूरी घटना एक झूठा नाटक है। राहुल गांधी इस समय संसद में मौजूद थे, इसलिए उन पर आरोप लगाना सही नहीं है। बीजेपी के लोग सिर्फ राजनीति कर रहे हैं।” यादव ने यह भी कहा कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी को ‘गुंडा’ कहा था, लेकिन बीजेपी ने यह वीडियो क्यों नहीं दिखाया।
प्रियंका गांधी ने भाजपा पर लगाया आरोप
कांग्रेस पार्टी के नेता और सांसद प्रियंका गांधी ने भी इस विवाद को लेकर भाजपा पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर लेकर और ‘जय भीम’ का नारा लगाते हुए शांतिपूर्वक संसद में प्रवेश कर रहे थे। हम पहले भी विरोध कर रहे थे और लोगों को रास्ता दे रहे थे, लेकिन जब भाजपा सांसदों ने विरोध प्रदर्शन किया, तो धक्का-मुक्की हुई, जिसे हम ‘गुंडागर्दी’ मानते हैं।”
प्रियंका गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि यह सब केवल अमित शाह को बचाने के लिए किया जा रहा है। “राहुल गांधी को धक्का देने का आरोप भाजपा ने लगाया, जबकि मेरी आँखों के सामने मल्लिकार्जुन खरगे जी को धक्का दिया गया और वह गिर गए। उसके बाद एक सीपीएम सांसद को भी धक्का दिया गया। यह सब एक साजिश का हिस्सा है,” प्रियंका ने कहा।
रिजिजू ने राहुल गांधी की निंदा की
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह शर्मनाक है कि संसद में महिला सांसदों को धक्का दिया गया। उन्होंने कहा, “हम विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि इस तरह का व्यवहार संसद में किया गया। अगर हम भी ऐसे ही हाथ उठाते तो क्या होता? हमारे पास संख्या बल अधिक है, लेकिन हम संसद को इस स्तर तक गिराना नहीं चाहते।” रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी का यह व्यवहार निंदनीय है और कांग्रेस को इस पर माफी मांगनी चाहिए।
संसद में बढ़ते हंगामे का असर
इस हंगामे और प्रदर्शन के बीच संसद की कार्यवाही में व्यवधान आया। विपक्षी दलों ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान और भाजपा की राजनीति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सदन में धक्का-मुक्की के बाद कुछ सांसदों को चोटें आईं, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। वर्तमान में संसद परिसर में विरोध और विवाद थमता हुआ नजर नहीं आ रहा है, और यह सत्र राजनीतिक रूप से अधिक तनावपूर्ण बन गया है। सभी पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है और इससे आगामी चुनावों में भी प्रभाव पड़ने की संभावना है।