KNEWS DESK – ‘बिग बॉस 18’ के घर में इस हफ्ते एक नया ड्रामा सामने आया है, जब श्रुतिका अर्जुन ने टाइम गॉड बनते ही पूरे घर को नॉमिनेट कर दिया। श्रुतिका का यह फैसला सभी के लिए चौंकाने वाला था, और इसने घर के समीकरण को पूरी तरह से बदल दिया। आइए जानते हैं कि आखिर श्रुतिका ने ऐसा क्यों किया।
टाइम गॉड बनने के बाद श्रुतिका का बड़ा फैसला
हाल ही में बिग बॉस के घर में टाइम गॉड का टास्क हुआ था, जिसमें श्रुतिका ने जीत हासिल कर घर की नई टाइम गॉड का खिताब पाया। टाइम गॉड बनने के बाद बिग बॉस ने श्रुतिका के सामने एक महत्वपूर्ण विकल्प रखा। उन्हें यह तय करना था कि वे घर के राशन को बचाए रखें और पूरे घर को नॉमिनेट कर दें, या फिर राशन को छोड़कर नॉमिनेशन से बचने का ऑप्शन चुनें।
राशन के लिए नॉमिनेट किए गए सभी सदस्य
श्रुतिका ने इस चुनौती को स्वीकार किया और पूरे घर को नॉमिनेट करने का फैसला किया, ताकि राशन की कोई कमी न हो। उनका मानना था कि यदि घर का राशन सही तरीके से सुरक्षित रहेगा, तो घर में कोई भी भूखा नहीं रहेगा। श्रुतिका का यह कदम आधे घरवालों को तो समझ में आया और वे उनके फैसले के सपोर्ट में खड़े हो गए, लेकिन बाकी घरवाले, खासकर वे जो नॉमिनेट नहीं हुए थे, इस फैसले से नाराज हो गए। कई सदस्य इस फैसले को गलत मानते हुए श्रुतिका के खिलाफ आ गए।
एडिन ने दी श्रुतिका को मदद
श्रुतिका को टाइम गॉड बनाने में सबसे ज्यादा योगदान एडिन रोज का था। एडिन ने टास्क के दौरान सबसे ज्यादा फल इकट्ठा किए और वे श्रुतिका की बास्किट में डालने में सफल रहीं। रजल दलाल, जो इस टास्क के कर्ता-धर्ता थे, ने एडिन को सबसे ज्यादा बार अंदर जाने का मौका दिया, जिससे एडिन को फल चुराने का अवसर मिला और वे श्रुतिका के लिए सबसे ज्यादा फल लाने में कामयाब रहीं। एडिन की मदद ने श्रुतिका को टाइम गॉड बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
घर में बढ़ी तकरार
श्रुतिका का यह फैसला घर के अंदर एक नई तकरार का कारण बन गया है। कुछ सदस्य उनके फैसले को सही मानते हुए उनका समर्थन कर रहे हैं, जबकि बाकी सदस्य उनके इस कदम से काफी नाराज हैं। अब देखना यह है कि श्रुतिका के इस फैसले के बाद बिग बॉस के घर में आगे क्या समीकरण बनते हैं और क्या इस फैसले से घर के माहौल में कोई बदलाव आता है।