KNEWS DESK – महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 21 दिन बाद रविवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के मंत्रिमंडल का विस्तार किया। इस मौके पर 30 से अधिक मंत्रियों ने शपथ ली, जिसमें भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के विधायक शामिल थे। शपथ ग्रहण समारोह राज्य के नागपुर शहर में आयोजित किया गया, जहां राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह विस्तार 1991 के बाद नागपुर में हुआ, जब पिछली बार भी मंत्रिमंडल का विस्तार यहाँ किया गया था। शपथ लेने के बाद देर शाम मंत्रियों के विभागों का भी बंटवारा किया जाएगा।
भाजपा के 19 विधायक बने मंत्री
भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) से कुल 19 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं। पार्टी के कई प्रमुख नेताओं ने शपथ ली, जिनमें राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, शिरडी विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल, कोथरुड विधायक चंद्रकांत पाटिल और जामनेर विधायक गिरीश महाजन प्रमुख हैं। इसके अतिरिक्त, भाजपा के विधायक जैसे पंकजा मुंडे, आशीष शेलार, जयकुमार रावल, नितेश राणे, आकाश फुंडकर और संजय सावकारे ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
एनसीपी (अजीत गुट) के 9 विधायक बने मंत्री
एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के अजित पवार गुट से 9 विधायक मंत्री बने हैं। इनमें हसन मुश्रिफ (कागल), धनंजय मुंडे (परली), अदिति तटकरे (श्रीवर्धन), मकरंद जाधव पाटील (वाई) और बाबासाहेब पाटिल (अहमदपुर) जैसे नेताओं का नाम शामिल है। इन विधायकों ने राज्य सरकार में मंत्री पद की शपथ ली और पार्टी की ताकत को और मजबूत किया।
शिवसेना के 11 विधायक बने मंत्री
शिवसेना से 11 विधायकों ने कैबिनेट में जगह बनाई। इनमें गुलाबराव पाटिल (जलगांव ग्रामीण), दादा भुसे (मालेगांव बाहरी), संजय राठौड़ (दिग्रस), उदय सामंत (रत्नागिरी) और शंभुराज देसाई (पाटन) जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। इनके साथ ही, शिवसेना के कुछ अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली, जिनमें संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, भरत गोगावले, प्रकाश आबिटकर और योगेश कदम प्रमुख हैं।
शपथ के बाद विभागों का बंटवारा
कैबिनेट विस्तार के बाद, देर शाम को मंत्रियों के विभागों का भी बंटवारा किया जाएगा। इस बार, भाजपा, एनसीपी और शिवसेना के बीच विभागों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। भाजपा ने सत्ता में आने के बाद गृह, राजस्व, सिंचाई, शिक्षा और चिकित्सा विभाग जैसे अहम मंत्रालय अपने पास रखे हैं, जबकि शिवसेना और एनसीपी को अन्य विभागों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
मंत्री पदों का वितरण
नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विभागों के बंटवारे को लेकर चर्चा की। मंत्रियों के विभागों का बंटवारा शाम तक होने की संभावना है। कैबिनेट विस्तार से राज्य की सरकार को मजबूती मिल सकती है, क्योंकि यह मंत्रिमंडल महायुति की सरकार का हिस्सा है, जिसमें भाजपा, शिवसेना और एनसीपी (अजित गुट) के विधायकों का गठबंधन है।
आगे की रणनीति
राज्य सरकार के इस मंत्रिमंडल विस्तार से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र की महायुति सरकार को और मजबूती मिल रही है। यह विस्तार आगामी विधानसभा सत्र के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिसमें सरकार अपनी नीतियों को आगे बढ़ाने की योजना बना रही है।