KNEWS DESK – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राज्य में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक नई शुरुआत की है। उन्होंने पटना स्थित 1 अणे मार्ग से स्वास्थ्य विभाग के तहत शुरू किए गए “मुफ्त औषधि वाहनों” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस योजना का उद्देश्य राज्य के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों, विशेष रूप से दूर-दराज और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना है। इसके तहत 109 मुफ्त औषधि वाहन प्रदेशभर में औषधियों की आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
स्वस्थ बिहार मिशन का हिस्सा
बता दें कि यह योजना ‘स्वस्थ बिहार’ मिशन का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राज्य के सबसे वंचित वर्गों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। इस पहल के माध्यम से बिहार सरकार ने समाज के गरीब और कमजोर वर्गों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस परियोजना को समाज में समावेशी और रोजगारोन्मुखी पहल बताया, जो राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुदृढ़, सुलभ और उत्तरदायी बनाएगी।
सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस योजना की शुरुआत करते हुए कहा कि उनका मिशन यह है कि प्रदेश का कोई भी नागरिक औषधि की कमी के कारण स्वास्थ्य लाभ से वंचित न रहे। इस योजना का उद्देश्य सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों, खासकर सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्थित अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों तक दवाइयों की ससमय उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
जीपीएस सिस्टम से लैस औषधि वाहनों की सेवा
इस योजना के तहत, बिहार सरकार ने जीपीएस सिस्टम से लैस औषधि वाहनों की सेवा शुरू की है, ताकि दवाओं की उपलब्धता हर समय सुनिश्चित हो सके, खासकर आकस्मिक और आपात स्थिति में। इसके माध्यम से गरीब परिवारों को ससमय बेहतर इलाज मिल सकेगा, जो पहले मुश्किल होता था।
गणमान्य लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त और स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, और राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।