KNEWS DESK- दिल्ली में सोमवार को 68वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों की शुरुआत हो गई। छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित उद्घाटन समारोह में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने खेलों का उद्घाटन किया। इस वर्ष के राष्ट्रीय स्कूल खेलों में देशभर से 44 इकाइयों के करीब 11 हजार खिलाड़ी 11 खेलों में अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन करेंगे।
मुख्यमंत्री आतिशी ने उद्घाटन के अवसर पर कहा कि खेल हमारे दिलों से जुड़े हैं। किसी भी राज्य या प्रांत के खिलाड़ी की जीत पर पूरा देश खुशी मनाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिन खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्कूल खेलों में भाग लिया है, वे एक दिन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के लिए पोडियम पर खड़े होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे खिलाड़ी बेहद प्रतिभाशाली हैं, लेकिन कई बार उन्हें उपयुक्त खेल सामग्री और प्रशिक्षण की कमी के कारण मौके नहीं मिल पाते।
दिल्ली सरकार द्वारा खेल सुविधाओं में सुधार
मुख्यमंत्री आतिशी ने इस अवसर पर दिल्ली सरकार के स्कूलों में खेल सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने खिलाड़ियों को उच्चतम गुणवत्ता की खेल सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं, ताकि वे अपनी प्रतिभा को विकसित कर सकें। दिल्ली सरकार के स्कूलों में तीन अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी टर्फ, सात फुटबॉल मैदान, 25 स्विमिंग पूल और 42 सिंथेटिक ट्रैक हैं। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश रही है कि कोई भी खिलाड़ी सुविधाओं की कमी के कारण पीछे न रह जाए।”
खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय स्कूल खेलों का महत्व
68वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों में विभिन्न खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं, जिनमें बैडमिंटन, कराटे, वूशू, मुक्केबाजी, भारोत्तोलन, कुश्ती, मार्शल आर्ट्स, गतका, स्केटिंग और खो-खो शामिल हैं। यह खेलों का महाकुंभ खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी क्षमता दिखाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।
उद्घाटन समारोह में कई प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस खेल महोत्सव के सफल आयोजन की उम्मीद जताई। यह राष्ट्रीय स्कूल खेल भारतीय युवा खिलाड़ियों के लिए एक मंच प्रदान करेंगे, जहां वे अपनी ताकत, समर्पण और मेहनत को साबित कर सकते हैं।
खेलों का आयोजन: शिक्षा निदेशालय द्वारा
इस वर्ष के राष्ट्रीय स्कूल खेलों की मेज़बानी शिक्षा निदेशालय द्वारा की जा रही है। इन खेलों में देशभर के राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और अन्य बोर्डों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं, जो अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्टता का परिचय देंगे।
आतिशी ने अंत में कहा कि खेलों के माध्यम से हमारे युवा समाज में एकता और भाईचारे का संदेश भी भेजते हैं। इन खेलों से न सिर्फ शारीरिक विकास होता है, बल्कि मानसिक मजबूती भी मिलती है, जो जीवन के अन्य क्षेत्रों में सफलता पाने के लिए जरूरी है। इस खेल महोत्सव के माध्यम से देश भर के खिलाड़ियों को अपना हुनर दिखाने का अवसर मिलेगा और भविष्य में वे बड़े मंचों पर अपनी सफलता का परचम लहरा सकते हैं।
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