KNEWS DESK, सीमा सुरक्षा बल के 60वें स्थापना दिवस के चलते आज गृह मंत्री अमित शाह राजस्थान के जोधपुर पहुंचे। जहां उन्होंने इस उपलक्ष्य में आयोजित परेड में हिस्सा लिया और उसका संबोधन किया।
रविवार को जोधपुर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 60वें स्थापना दिवस परेड समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि कई वर्षों तक अस्पष्ट रही सीमा सुरक्षा नीति को मोदी सरकार ने स्पष्ट और प्रभावी बनाया है। शाह ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सीमावर्ती क्षेत्रों में मजबूत बुनियादी ढांचे के विकास और आधुनिक बाड़ लगाने की व्यवस्था को सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में से एक बताया।
गृह मंत्री ने कहा, “जब भी सीमा पार से कोई चुनौती या अप्रिय घटना की सूचना मिलती है और यह पुष्टि होती है कि वहां BSF के जवान मौजूद हैं, तो हम निश्चिंत और चिंतामुक्त महसूस करते हैं। BSF को ‘रक्षा की पहली पंक्ति’ के रूप में जाना जाता है और इसके जवानों ने सीमा पर हर चुनौती का डटकर सामना किया है।” उन्होंने यह भी बताया कि BSF की शुरुआत 25 बटालियन से हुई थी, जो अब 193 बटालियन तक पहुंच गई है, जिससे यह दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल बन गया है। शाह ने बताया कि सीमावर्ती गांवों को “जीवंत गांव कार्यक्रम” के तहत विकसित करना मोदी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए 4,800 करोड़ रुपये का पर्याप्त बजट आवंटित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत उन गांवों को आधुनिक सड़कों और स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है, जो पलायन की समस्या से जूझ रहे थे।
गृह मंत्री ने “व्यापक एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली” (CIBMS) के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार इसे भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर लागू करने की दिशा में काम कर रही है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि अभी इस प्रणाली में और सुधार की आवश्यकता है। वहीं अमित शाह ने कहा कि आने वाले वर्षों में ड्रोन से संबंधित समस्याएं और बढ़ सकती हैं। सरकार इस मुद्दे पर बड़े पैमाने पर काम कर रही है ताकि सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि BSF के पास ड्रोन का मुकाबला करने के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।