KNEWS DESK – बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान फेंगल अब तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों के पास पहुंचने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि इस तूफान के पुडुचेरी के कराईकल और तमिलनाडु के महाबलीपुरम के बीच समुद्र तट से टकराने की संभावना है। इसके साथ ही, इन क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है।
स्कूल-कॉलेज बंद, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की तैनाती
बता दें कि फेंगल चक्रवात के असर से उत्तरी तमिलनाडु के कई हिस्सों में तेज बारिश हो रही है। इस कारण सड़कें जलमग्न हो गईं और वाहन चलाना मुश्किल हो गया। प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही, स्थानीय लोगों से अपने घरों में ही रहने की अपील की गई है। चक्रवात के खतरे को देखते हुए, राज्य में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है। साथ ही, प्रभावित इलाकों में 2,000 राहत कैंप स्थापित किए गए हैं, जहां प्रभावित लोगों को अस्थायी आवास और आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
उड़ानें प्रभावित, मेट्रो सेवा सामान्य
फेंगल तूफान के कारण तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ हवाई अड्डों पर उड़ानें प्रभावित हुई हैं। हालांकि, चेन्नई मेट्रो रेल की सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं। समुद्र में लहरों के बढ़ने के कारण मरीना और मामल्लपुरम जैसे समुद्र तटों तक पहुंच पर रोक लगा दी गई है। सुरक्षा के लिहाज से वहां की तरफ जाने वाले रास्तों पर निगरानी रखी जा रही है।
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने फेंगल चक्रवात से निपटने के लिए उच्च स्तरीय बैठक की और तूफान के संभावित असर वाले इलाकों की जानकारी ली। उन्होंने एनडीआरएफ और राज्य की टीमों को तुरंत राहत कार्य में जुटने का आदेश दिया। साथ ही, उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में अधिक से अधिक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सुरक्षा और हेल्पलाइन नंबर
इस तूफान के मद्देनजर, सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 और 1077 जारी किए हैं। लोग इन नंबरों पर कॉल करके किसी भी आपातकालीन सहायता का लाभ उठा सकते हैं। राज्य प्रशासन ने राहत कार्यों को तेज करते हुए सुनिश्चित किया है कि सभी जरूरी सेवाएं उपलब्ध रहें।