KNEWS DESK, झारखंड के रांची से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा, जो रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) में इलाजरत थे, उनका गुरुवार देर रात निधन हो गया। सोमवार को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद मंगल मुंडा का इलाज रिम्स में चल रहा था। सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
सोमवार को मंगल मुंडा एक मैजिक टेंपो की छत पर सवार होकर अपने मित्र के साथ खूंटी से तमाड़ जा रहे थे। सायको थाना क्षेत्र के रुताडीह मोड़ के पास वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। गाड़ी पलटने से मंगल मुंडा और उनका दोस्त सड़क पर गिर गए। इस हादसे में मंगल को गंभीर चोटें आईं, जबकि उनके मित्र को मामूली चोट लगी। घटना के बाद समाजसेवी बिनसय मुंडा ने घायलों को खूंटी सदर अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को सूचना दी। बाद में जब यह पता चला कि घायल मंगल मुंडा भगवान बिरसा मुंडा के वंशज हैं, तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी विधायक कल्पना सोरेन ने रिम्स के ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर मंगल मुंडा की सेहत की जानकारी ली थी। उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों को निर्देश दिया था कि जरूरत पड़ने पर मंगल को बेहतर इलाज के लिए राज्य से बाहर भेजा जाए। रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राजीव रंजन के अनुसार मंगल मुंडा के मस्तिष्क के दोनों हिस्सों में खून का थक्का जम गया था जिसे ऑपरेशन के माध्यम से हटाने का प्रयास किया गया था।
मंगल मुंडा भगवान बिरसा मुंडा के वंशज होने के नाते झारखंड के आदिवासी समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण पहचान थे। भगवान बिरसा मुंडा को झारखंड में आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम के नायक और लोक देवता के रूप में पूजा जाता है। मंगल मुंडा का निधन न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे आदिवासी समुदाय के लिए अपूरणीय क्षति है। वहीं मंगल मुंडा के निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “भगवान बिरसा मुंडा के वंशज मंगल मुंडा का निधन झारखंड के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी आत्मा को शांति मिले, और उनके परिवार को इस कठिन समय में सहनशक्ति प्रदान हो।”