KNEWS DESK, रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में हेमंत सोरेन ने चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। यह शपथ ग्रहण समारोह झारखंड के राजनीतिक इतिहास में विशेष महत्व रखता है, जहां विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं की मौजूदगी ने इसे राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया।
समारोह में इंडिया गठबंधन के कई प्रमुख नेताओं की उपस्थिति ने गठबंधन की मजबूती और एकता का प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल जैसे दिग्गज नेताओं ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। यह शपथ ग्रहण समारोह न केवल झारखंड के लिए, बल्कि विपक्षी दलों के लिए भी एकजुटता का प्रतीक साबित हुआ। शपथ ग्रहण समारोह से पहले हेमंत सोरेन ने कुर्ता-पायजामा में झामुमो अध्यक्ष और अपने पिता शिबू सोरेन से मुलाकात की। यह क्षण उनकी राजनीतिक यात्रा और पारिवारिक विरासत को दर्शाता है। चौथी बार मुख्यमंत्री पद संभालने वाले हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जो उनके नेतृत्व की निरंतरता और जनता के विश्वास का प्रतीक है।
सीएम सोरेन राज्य के विकास में करेंगे बढ़ोत्तरी
मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन ने राज्य के विकास, युवाओं के लिए रोजगार सृजन, आदिवासियों के कल्याण और शिक्षा-स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सुधार का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “यह जीत झारखंड की जनता की है। हमारी प्राथमिकता जनता के विश्वास पर खरा उतरने और राज्य को एक नई दिशा देने की होगी।”
चुनावों में ऐतिहासिक जीत
हाल ही में संपन्न झारखंड विधानसभा चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक ने बड़ी जीत दर्ज की। 81 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन ने 56 सीटें हासिल कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को केवल 24 सीटों पर संतोष करना पड़ा। बरहेट विधानसभा सीट से हेमंत सोरेन ने भाजपा प्रत्याशी गमलियल हेम्ब्रम को 39,791 मतों के अंतर से हराकर अपनी सीट बरकरार रखी।