संभल हिंसा के दौरान हुए नुकसान की भरपाई प्रदर्शनकारियों से करेगी सरकार, आरोपितों पर की जाएंगी सख्त कार्रवाई

KNEWS DESK, उत्तर प्रदेश सरकार संभल में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई प्रदर्शनकारियों से करेगी और ‘पत्थरबाजी’ करने वालों के पोस्टर सार्वजनिक जगहों पर लगवाए जाएंगे।

संभल हिंसा में हुए नुकसान की वसूली करेगी यूपी सरकार, लगाए जाएंगे उपद्रवियों  के पोस्टर - Sambhal violence: Protesters to pay for damage to property |  Times Now Navbharat
संभल पुलिस ने बुधवार को हिंसा में शामिल कई लोगों की तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में नौ लोगों की पहचान की गई है और लोगों से उन लोगों की पहचान करने में मदद मांगी गई है जिनके चेहरे ढके हुए हैं। संभल शहर के मोहल्ला कोट पूर्वी में बनी जामा मस्जिद में पिछले रविवार को हो रहे सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान हुए पथराव में सार्वजनिक संपत्ति को भी नुकसान हुआ था। ये सर्वेक्षण याचिका पर कराया गया है। याचिका में कहा गया था कि मस्जिद से पहले उस जगह पर हरिहर मंदिर था।

राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया, “प्रदेश सरकार संभल में हुई हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है। पत्थरबाजों और उपद्रवियों के पोस्टर जगह-जगह लगाए जाएंगे और उनसे नुकसान की वसूली की जाएगी। उनकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को इनाम भी दिया जा सकता है।” पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘मस्जिद पर भी पथराव किया गया। पुलिस की गाड़ियां, ट्रांसफार्मर, बिजली के तार क्षतिग्रस्त हो गए। संबंधित विभाग नुकसान का आकलन कर रहा है।’’

उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री धर्मवीर प्रजापति और नरेंद्र कश्यप दोनों ने दोहराया कि दंगाइयों से सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान की भरपाई कराई जाएगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने साल 2020 में भी इसी तरह की पहल में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में हुई हिंसा के आरोपितों के पोस्टर सार्वजनिक जगहों पर लगवाए थे। ये पोस्टर राज्य की राजधानी समेत कई जगहों पर लगाए गए थे, लेकिन बाद में अदालत के आदेश पर उन्हें हटा दिया गया था। पुलिस ने अबतक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है और सात एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क, पार्टी के स्थानीय विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल नामजद हैं जबकि 2,750 से ज्यादा अज्ञात संदिग्ध हैं। मामले की मजिस्ट्रेट जांच चल रही है और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने सोमवार को कहा कि हालात अब नियंत्रण में है। उन्होंने भरोसा दिया कि ‘‘अशांति के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।’

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