KNEWS DESK – भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और राजनेता रवि किशन ने अपने अभिनय और मेहनत के दम पर न केवल क्षेत्रीय सिनेमा बल्कि बॉलीवुड में भी अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आज रवि किशन अपने टैलेंट और बेहतरीन अदाकारी के लिए मशहूर हैं। हाल ही में उनकी फिल्म ‘लापता लेडीज’ को भारत की ओर से 2025 एकेडमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर) के लिए आधिकारिक प्रविष्टि के रूप में चुना गया है। यह उपलब्धि न केवल रवि किशन के करियर बल्कि भोजपुरी और भारतीय सिनेमा के लिए भी गर्व का क्षण है।
ऑस्कर नॉमिनेशन पर खुशी और गर्व
‘लापता लेडीज’ के ऑस्कर के लिए चुने जाने पर रवि किशन ने अपनी खुशी साझा करते हुए इसे अपने करियर का एक बड़ा मील का पत्थर बताया। फिल्म में रवि किशन ने एक ईमानदार और दृढ़निश्चयी पुलिस अधिकारी का किरदार निभाया है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ मेरी नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की जीत है, जिसने मुझ पर विश्वास किया। यह मेरे संघर्ष और मेहनत का फल है।”
संघर्ष भरा सफर: मिट्टी के घर से बॉलीवुड तक
रवि किशन का यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों की यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि कैसे एक समय था जब वह मुंबई की सड़कों पर पैदल चलते और वड़ा पाव खाकर दिन गुजारते थे।
उन्होंने कहा, “मेरा कोई गॉडफादर नहीं था। मैं थिएटर करता था, रामलीला में मां सीता का किरदार निभाता था। मेरे पिता मेरे इस शौक को समझ नहीं पाते थे। उन्होंने मुझे मारा और कहा, ‘नचनिया बनोगे क्या?’ लेकिन मुझे खुद पर विश्वास था। मैं जानता था कि मेरा सूरज एक दिन जरूर उगेगा।”
भोजपुरी से बॉलीवुड तक का सफर
भोजपुरी सिनेमा में सुपरस्टार का दर्जा हासिल करने के बाद रवि किशन ने बॉलीवुड की ओर रुख किया। ‘तेरे नाम’, ‘हेरा फेरी’, ‘बाटला हाउस’ और ‘सिंघम अगेन’ जैसी फिल्मों में उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया। लेकिन उनका कहना है कि ‘लापता लेडीज’ उनके करियर की सबसे महत्वपूर्ण फिल्म है।
बिग बॉस और टीवी की दुनिया में छाए रवि किशन
रवि किशन सिर्फ फिल्मों तक सीमित नहीं रहे। उन्होंने ‘बिग बॉस’ के पहले सीजन में भाग लिया और अपनी खास पहचान बनाई। इन दिनों वह ‘बिग बॉस 18’ में अपने शो ‘हाय दइया विद रवि भइया’ से चर्चा में हैं। इस शो में उनकी चुलबुली बातचीत और अंदाज दर्शकों को खूब पसंद आ रहा है।