संजीव शर्मा को मिले कुल 96,946 वोट
गाजियाबाद सीट पर हुए उपचुनाव में कुल 20 नवंबर को मतदान हुआ था और 23 नवंबर को चुनाव परिणाम घोषित किए गए। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बीजेपी के संजीव शर्मा को कुल 96,946 वोट मिले, जबकि सपा के सिंह राज जाटव को 27,595 वोट मिले। तीसरे स्थान पर बसपा के प्रेमानंद गर्ग रहे, जिन्हें 10,736 वोट मिले। संजीव शर्मा ने अपने प्रतिद्वंद्वी सिंह राज जाटव को 69,351 वोटों के भारी अंतर से मात दी।
गाजियाबाद सीट का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
यह सीट पहले उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे और भाजपा के वरिष्ठ नेता अतुल गर्ग द्वारा प्रतिनिधित्व की जा चुकी है। अतुल गर्ग ने इस सीट से लगातार दो बार जीत हासिल की थी, लेकिन 2024 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने यह सीट छोड़ दी। भाजपा ने इस उपचुनाव में एनडीए कोटे से पार्टी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को उम्मीदवार के रूप में उतारा।
गाजियाबाद विधानसभा सीट का इतिहास भी काफी दिलचस्प रहा है। 1957 में जब यहां पहली बार चुनाव हुआ, तो कांग्रेस के तेजा सिंह ने जीत हासिल की थी। उसके बाद से यहां चुनावों का पैटर्न बदलता रहा, लेकिन इस सीट पर बीजेपी ने अपने प्रभुत्व को लगातार बनाए रखा। साल 2002 में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल की, जबकि 2007 से बीजेपी ने इस सीट को फिर से अपने कब्जे में लिया था।
भाजपा कार्यकर्ताओं में इस जीत को लेकर खासा उत्साह
गाजियाबाद सीट पर भाजपा का प्रभुत्व मजबूत बना हुआ है, और संजीव शर्मा की इस जीत ने पार्टी के जनाधार को और भी सुदृढ़ किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं में इस जीत को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। मतगणना स्थल पर पार्टी समर्थक ‘संजीव शर्मा जिंदाबाद’ और ‘बीजेपी जिंदाबाद’ के नारे लगा रहे थे।
सपा के लिए निराशाजनक परिणाम
सपा के लिए गाजियाबाद सीट पर यह परिणाम बहुत निराशाजनक रहा। सपा के उम्मीदवार सिंह राज जाटव ने भले ही अपनी जमानत बचाई, लेकिन वह बीजेपी के संजीव शर्मा से काफी पीछे रहे। इस सीट पर सपा की हार ने उनकी राजनीतिक स्थिति को और भी कमजोर किया है, खासकर तब जब बीजेपी ने यहाँ बड़ी जीत हासिल की है।