KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में शुक्रवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो कार पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार एक महिला और उसके दो बच्चों समेत एक ही परिवार के चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा नजीबाबाद से नहटौर के गांव नसीरपुर जाने वाली सड़क पर हुआ।
हादसे में मारे गए परिवार के सदस्य
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के नहटौर थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक ही परिवार के चार लोगों की जान चली गई। हादसा उस समय हुआ जब तेज रफ्तार स्कॉर्पियो कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इस दुर्घटना में दो महिलाओं और दो बच्चों सहित चार लोग मौके पर ही जान गंवा बैठे, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
पूर्वी क्षेत्र के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) धर्म सिंह मार्छाल के अनुसार, यह हादसा शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे हुआ। स्कार्पियो कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे एक पेड़ से टकरा गई। हादसे में मृतकों में सुलतान की पत्नी गुलफ्सा (28), उनकी आठ दिन की बेटी अनादिया, छह साल की बड़ी बेटी अलीशा और सुलतान की बहन चांद बानो (35) शामिल हैं। चारों की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे में कार चला रहे सुलतान और उनके पांच वर्षीय बेटे शाद के साथ-साथ भांजी अदीबा (14) गंभीर रूप से घायल हो गए। एएसपी के अनुसार, घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। हादसे के बाद मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया और उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
पहले भी हुआ था एक अन्य हादसा
इससे एक दिन पहले झांसी-खजुराहो राजमार्ग पर भी एक कार और ट्रक के बीच हुई टक्कर में तीन लोगों की जान चली गई। यह हादसा मऊरानीपुर शहर में एक ऑर्केस्ट्रा ग्रुप के सदस्यों के साथ हुआ, जो प्रस्तुति देने के बाद झांसी लौट रहे थे। पुलिस के मुताबिक, एक कार सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई, जिससे शबनम (28) और मिनी (24) नामक दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कार चालक मनीष राजपूत (35) की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई।
हादसों के कारणों पर जांच जारी
इन हादसों से जुड़े कारणों की जांच जारी है, और पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी मामलों में दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए पूरी तरह से जांच की जा रही है। इन दोनों घटनाओं ने राज्य में सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार से होने वाले हादसों पर सवाल उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप कई निर्दोष जानें चली जाती हैं।