KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की सीसामऊ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक और बड़ी जीत हासिल की है। सपा की नसीम सोलंकी ने बीजेपी के सुरेश अवस्थी को 8629 वोटों से हराकर इस सीट पर अपनी पार्टी का कब्जा बरकरार रखा। इस सीट पर सपा का ही वर्चस्व था, लेकिन 2022 में सपा के विधायक इरफान सोलंकी की जेल जाने के कारण यह सीट खाली हो गई थी।
सपा की उम्मीदों पर खरा उतरीं नसीम सोलंकी
बता दें कि इरफान सोलंकी की जेल यात्रा के बाद सीसामऊ सीट पर सपा की प्रतिष्ठा दांव पर थी। पार्टी ने इरफान की पत्नी नसीम सोलंकी को उम्मीदवार बनाया, जो इस चुनाव में जीत के साथ सपा की उम्मीदों पर खरा उतरीं। नसीम सोलंकी को कुल 69,666 वोट मिले, जबकि बीजेपी के सुरेश अवस्थी को 61,037 वोट मिले। इस प्रकार, सपा ने इस सीट पर 8629 वोटों से जीत दर्ज की, जो पार्टी की चुनावी सफलता का संकेत है।
सपा और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर
सीसामऊ सीट को बचाने के लिए सपा ने पूरी ताकत झोंक दी थी। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने खुद इस सीट पर चुनावी प्रचार किया और पूरी पार्टी ने जोर-शोर से चुनावी मैदान में उतरकर प्रचार अभियान चलाया। उधर, बीजेपी ने भी इस सीट पर कब्जा करने के लिए पूरी ताकत लगाई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां रोड शो और जनसभाएं कीं। सीएम योगी ने चुनाव प्रचार में जन संवाद पर अधिक जोर दिया और बूथ स्तर तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन इसके बावजूद वह हार गए।
सीसामऊ का राजनीतिक इतिहास काफी दिलचस्प
सीसामऊ सीट का राजनीतिक इतिहास काफी दिलचस्प रहा है। यह सीट पहले कांग्रेस के गढ़ के रूप में जानी जाती थी, जहां 2007 में कांग्रेस के संजीव दरियाबादी ने जीत दर्ज की थी। फिर 2012 में सपा के इरफान सोलंकी ने इस सीट को जीतकर सपा के खेमे में डाल दी। 2012 से 2022 तक सपा ने इस सीट पर अपनी स्थिति को मजबूत किया, लेकिन इरफान सोलंकी के जेल जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी। इससे पहले, 1996 में बीजेपी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी, लेकिन उसके बाद से बीजेपी का यहां खाता नहीं खुला। अब सपा की इस जीत ने सीसामऊ सीट पर पार्टी का दबदबा बनाए रखा है।
प्रचार में धुरंधरों की तगड़ी टीम
सीसामऊ उपचुनाव के प्रचार में बड़ी हस्तियों ने हिस्सा लिया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जहां अपनी पार्टी के उम्मीदवार को समर्थन देने के लिए पूरे जोश के साथ प्रचार किया, वहीं बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सीट जीतने के लिए प्रचार की कमान संभाली थी। इसके अलावा सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव, डिंपल यादव और अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद ने भी इस सीट पर प्रचार किया।
सीसामऊ में सपा की जीत की अहमियत
यह चुनाव सपा के लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि अगर सपा इस सीट को हार जाती, तो उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता था। सपा ने न केवल अपनी प्रतिष्ठा बचाई बल्कि एक बार फिर यह साबित कर दिया कि इस सीट पर उसका मजबूत वर्चस्व है। बीजेपी ने इस सीट पर कब्जा करने के लिए पूरी ताकत झोंकी, लेकिन सपा ने इस किले को बचा लिया।
नसीम सोलंकी की जीत एक नई शुरुआत
नसीम सोलंकी की इस जीत को लेकर सपा ने इसे न केवल अपनी प्रतिष्ठा की जीत बताया, बल्कि इसे पार्टी की आगामी चुनावी सफलता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम भी माना है। सपा के लिए यह जीत एक नई शुरुआत का प्रतीक है, जिससे पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में भी अपनी स्थिति मजबूत करने की उम्मीद कर सकती है।