KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को हुए हाई वोल्टेज उपचुनाव के बाद आज सुबह 8 बजे से मतगणना की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस उपचुनाव ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाई है और अब कुछ ही देर में यह साफ हो जाएगा कि इन सीटों पर किसका पलड़ा भारी है। गाजियाबाद, मीरापुर, करहल, कटेहरी, फूलपुर, खैर, कुंदरकी, मझवां और सीसामऊ जैसी सीटों पर मतदान के दौरान काफी तनाव और बयानबाजी देखने को मिली थी, जो अब मतगणना के साथ अपने अंतिम मोड़ पर पहुंच रही है।
रामगोपाल यादव का तीखा बयान
उपचुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने मतदान के दौरान कानून व्यवस्था को लेकर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर किसी को आपका वोट छीनने की कोशिश करें, तो उसे अपनी जान से ज्यादा कीमती समझकर उसकी रक्षा करें। उनका यह बयान खासतौर पर चुनावी हंगामे के बीच था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने सारे नियम और कानून तोड़ दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस भी अब वोट डालने में शामिल हो गई है और यह स्थिति बांग्लादेश जैसे देशों में देखी जाती थी। रामगोपाल यादव ने आरोप लगाया कि उपचुनाव के दौरान पुलिस ने महिलाओं को धमकाया और लोगों को वोट डालने से रोका, जिसका इलाज सिर्फ जनता ही कर सकती है।
सीसामऊ से सपा प्रत्याशी का आरोप
कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने रिटर्निंग ऑफिसर को एक चिट्ठी भेजी, जिसमें उन्होंने ईवीएम की वीडियोग्राफी की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी प्रक्रिया में धांधली हो सकती है और इसे रोकने के लिए हर राउंड की गिनती के बाद उसे तुरंत घोषित किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि सभी एजेंटों को ईवीएम की गिनती और कॉपी उपलब्ध कराई जाए, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का पता चल सके। सीसामऊ में पोस्टर भी लगाए गए थे, जिसमें लोगों से सावधान रहने की अपील की गई थी और कहा गया था कि यदि चुनावी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी हो तो उसका विरोध किया जाए।
मतगणना के दौरान की जा रही पारदर्शिता की मांग
सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने यह भी सुनिश्चित करने की बात की है कि हर राउंड की गिनती के बाद उसे घोषित किया जाए और रिकॉर्ड का मिलान कराया जाए। उनका कहना था कि यह कदम पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता का पर्दाफाश किया जा सके। उन्होंने निर्वाचन अधिकारियों से यह भी कहा कि ईवीएम की गिनती की प्रक्रिया को सभी एजेंट्स के लिए उपलब्ध कराया जाए, ताकि सभी पक्षों को निष्पक्षता का भरोसा रहे।
राजनीतिक उथल-पुथल के बीच आज फैसला
इस उपचुनाव में तनाव और बयानबाजी के साथ-साथ कई विवादों ने जन्म लिया, लेकिन अब चुनावी नतीजों के करीब पहुंचते हुए सबकी निगाहें आज की मतगणना पर टिकी हैं। इन 9 विधानसभा सीटों पर महती जीत का दावा दोनों प्रमुख गठबंधनों — समाजवादी पार्टी और भाजपा — ने किया है। चुनावी परिणाम केवल उम्मीदवारों के लिए ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की राजनीतिक दिशा के लिए भी अहम होंगे।
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