KNEWS DESK – ‘बिग बॉस 18’ का यह हफ्ता हाई वोल्टेज ड्रामा और ट्विस्ट से भरपूर है। इस बार टाइम गॉड की रेस ने घर के अंदर हलचल मचा दी है। पांच दावेदार—ईशा सिंह, अभिषेक मिश्रा, दिग्विजय राठी, करण वीर मेहरा और तेजिंदर बग्गा—टाइम गॉड की कुर्सी पर बैठने का सपना देख रहे हैं। लेकिन यह कुर्सी किसे मिलेगी, इसका फैसला बिग बॉस ने एक बार फिर विवियन डीसेना को सौंप दिया है।
विवियन डीसेना को मिली खास ताकत
बिग बॉस ने घर में एक खास टास्क का आयोजन किया, जिसमें 12 कंटेस्टेंट्स ने हिस्सा लिया। इस टास्क में प्रतिभागियों को एक लाइन पार कर वहां रखे क्यू कार्ड्स को हासिल करना था। सभी घरवालों की तेज़ी और रणनीति के बीच विवियन डीसेना ने बाज़ी मार ली। जीत के बाद, विवियन को अपने क्यू कार्ड में लिखा विशेष अधिकार पढ़ने का मौका मिला। इस अधिकार ने उन्हें किसी भी दावेदार को टाइम गॉड की रेस से बाहर करने का पावर दिया।
करण से बदला लेकर विवियन ने फिर चौंकाया
इस जीत के साथ, विवियन ने घर के अंदर एक और बड़ा कदम उठाया। उन्होंने अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी करण वीर मेहरा को टाइम गॉड की रेस से बाहर कर दिया। करण, जो पहले ही कई बार टाइम गॉड बनने का मौका गंवा चुके हैं, इस बार भी विवियन के चलते अपनी दावेदारी नहीं पेश कर सके। विवियन के इस कदम ने दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बना दिया है, और उनके इस निर्णय को रणनीतिक मास्टरस्ट्रोक बताया जा रहा है।
क्या कहते हैं टाइम गॉड के दावेदार?
- ईशा सिंह: अपने शांत और सटीक गेम प्ले के लिए जानी जाने वाली ईशा, इस बार टाइम गॉड बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
- अभिषेक मिश्रा: अपनी बोल्ड रणनीतियों और स्पष्ट राय के लिए मशहूर अभिषेक भी इस टास्क में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।
- दिग्विजय राठी: खेल में नई ऊर्जा लाने वाले दिग्विजय ने खुद को एक मजबूत प्रतियोगी साबित किया है।
- तेजिंदर बग्गा: अपनी तेज रणनीतियों और मजाकिया अंदाज से घरवालों का मनोरंजन करने वाले तेजिंदर भी इस रेस में बने हुए हैं।
टाइम गॉड की कुर्सी का असली हकदार कौन?
घर के अंदर माहौल अब और भी गर्म हो गया है। हर कोई इस बात का इंतजार कर रहा है कि विवियन किसे टाइम गॉड की कुर्सी पर बैठने का मौका देंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि विवियन अपने निर्णय से किस तरह से गेम को पलटते हैं और क्या उनका यह कदम उनके गेम को मजबूत बनाएगा या उन्हें नए दुश्मनों का सामना करना पड़ेगा।